AAP सांसद राघव चड्ढा स्वाति मालीवाल विवाद के बीच भारत लौटे, केजरीवाल से मुलाकात की
मई, 19 2024आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा मुख्य रूप से आंख की सर्जरी के लिए तीन महीने से अधिक समय लंदन में बिताने के बाद भारत लौट आए हैं। वापसी पर उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की।
चड्ढा की लंबी अनुपस्थिति ने AAP के भीतर सवाल उठाए थे, खासकर तब जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था। यह मुलाकात AAP राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के विवाद के दौरान हुई, जिन्होंने केजरीवाल के एक करीबी सहयोगी द्वारा हमला किए जाने का आरोप लगाया था।
AAP नेतृत्व ने पहले मालीवाल और चड्ढा के साथ-साथ अन्य राज्यसभा पार्टी सांसदों की भी आलोचना की थी कि जब केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था, तब उनकी प्रतिक्रिया सीमित थी। AAP ने मालीवाल को भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा केजरीवाल को झूठे आरोपों में फंसाने की साजिश का एक 'मोहरा' करार दिया।
AAP ने CCTV फुटेज जारी किया
पार्टी ने एक CCTV क्लिप भी जारी की, जिसमें कथित हमले के दिन मालीवाल को CM आवास से बाहर निकलते हुए दिखाया गया है। AAP का दावा है कि यह क्लिप मालीवाल के आरोपों को गलत साबित करता है।
AAP नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि मालीवाल के खिलाफ चल रहे भर्ती घोटाले के मामले के कारण BJP द्वारा उन्हें आरोप लगाने के लिए मजबूर किया गया था।
चड्ढा की भारत वापसी पर उठे सवाल
चड्ढा की लंबी अनुपस्थिति और उनकी वापसी के समय पर भी AAP के भीतर सवाल उठाए गए थे। केजरीवाल की गिरफ्तारी के दौरान उनकी अनुपस्थिति को लेकर पार्टी में असंतोष था।
हालांकि, चड्ढा ने स्पष्ट किया कि वह मुख्य रूप से स्वास्थ्य कारणों से लंदन में थे और आंख की सर्जरी करवानी थी। उन्होंने कहा कि वह AAP और केजरीवाल के साथ खड़े हैं और पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे।
BJP पर AAP का पलटवार
AAP ने BJP पर पलटवार करते हुए कहा कि वह केजरीवाल और पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने कहा कि BJP झूठे आरोप लगाकर और साजिशें रचकर AAP को कमजोर करना चाहती है।
AAP ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी और जनता की सेवा करती रहेगी। पार्टी ने अपने समर्थकों से BJP के "षड्यंत्रों" से सावधान रहने और AAP के साथ एकजुट रहने का आह्वान किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चड्ढा की वापसी और केजरीवाल से उनकी मुलाकात AAP के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह दिखाता है कि पार्टी अपने नेताओं के बीच एकता और समन्वय बनाए रखना चाहती है, खासकर विपक्षी दलों द्वारा लगातार हमलों का सामना करते हुए।
हालांकि, विपक्षी दलों ने AAP पर निशाना साधना जारी रखा है। BJP ने कहा कि चड्ढा की वापसी और केजरीवाल से मुलाकात से पार्टी के भीतर गुटबाजी और असंतोष की पुष्टि होती है। कांग्रेस ने भी AAP पर "भ्रष्टाचार और साजिशों" में शामिल होने का आरोप लगाया।
AAP का जवाब
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, AAP ने कहा कि विपक्षी दल उनके खिलाफ "राजनीतिक प्रतिशोध" में लगे हुए हैं। पार्टी ने कहा कि वह अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ किसी भी "षड्यंत्र" को स्वीकार नहीं करेगी।
AAP ने यह भी कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार और बेईमानी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी, चाहे विपक्षी दल कितने भी प्रयास क्यों न करें। पार्टी ने जोर देकर कहा कि वह जनता के हितों की रक्षा करने और उनकी सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में AAP और विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक संघर्ष और तेज हो सकता है। हालांकि, AAP ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है और अपने सिद्धांतों और मूल्यों पर अडिग रहेगी।
ऐसे में, राघव चड्ढा की वापसी और अरविंद केजरीवाल से उनकी मुलाकात AAP के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह पार्टी के भीतर एकता और समन्वय के संदेश को प्रेषित करता है, साथ ही विपक्षी दलों को यह संकेत भी देता है कि AAP किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।