यूजीसी नेट दिसंबर 2024 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू, पात्र उम्मीदवार ugcnet.nta.ac.in पर करें आवेदन

यूजीसी नेट दिसंबर 2024 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू, पात्र उम्मीदवार ugcnet.nta.ac.in पर करें आवेदन
Anuj Kumar 20 नवंबर 2024 6

यूजीसी नेट दिसंबर 2024: पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) दिसंबर 2024 के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आवेदन प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया है। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो उच्च शिक्षा में अध्यापन के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इच्छुक उम्मीदवार 10 दिसंबर 2024 की मध्यरात्रि 11:50 बजे तक आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन शुल्क का भुगतान 11 दिसंबर 2024 की मध्यरात्रि 11:50 बजे तक करना होगा।

महत्वपूर्ण तिथियाँ और परीक्षा कार्यक्रम

यूजीसी नेट दिसंबर 2024 की परीक्षाएँ 1 जनवरी 2025 से 19 जनवरी 2025 के बीच 298 शहरों में आयोजित की जाएँगी। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) मोड में 85 विषयों के लिए आयोजित की जाएगी। यह सुनिश्चित करता है कि परीक्षा प्रक्रिया समान और निष्पक्ष है, जिससे छात्रों को उनकी तैयारियों के अनुसार अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का उचित मौका मिलता है।

आवेदन शुल्क और भुगतान की जानकारी

यूजीसी नेट दिसंबर 2024 सत्र के लिए आवेदन शुल्क विभिन्न श्रेणियों के अनुसार भिन्न-भिन्न है। सामान्य/अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यह ₹1,150 है, जनरल ईडब्ल्यूएस और ओबीसी-एनसीएल के लिए ₹600, और एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी तथा तीसरे जेंडर के उम्मीदवारों के लिए ₹325 है। उम्मीदवार क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, या यूपीआई जैसी विभिन्न माध्यमों से भुगतान कर सकते हैं, जिससे बैंकिंग प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक हो जाती है।

ऑनलाइन आवेदन और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

यूजीसी नेट दिसंबर 2024 के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और नई पंजीकरण करें, फिर अपना विवरण भरें। उसके बाद विस्तृत आवेदन फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करें। आवेदन शुल्क का भुगतान करने के बाद, फॉर्म को सबमिट करें। सभी उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे आवेदन से पहले सभी निर्देशों को सही से पढ़ें। किसी भी त्रुटि या समस्या के मामले में, उम्मीदवार एनटीए हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं। आवेदन में सुधार का अवसर, उम्मीदवारों को 12 दिसंबर से 13 दिसंबर 2024 तक मिलेगा, जहां वे जमा किये गए फॉर्म में हुई गलतियों को सुधार सकते हैं।

6 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Akshat goyal

    नवंबर 22, 2024 AT 01:34
    आवेदन शुल्क बहुत ज्यादा है। एससी/एसटी वालों के लिए ₹325 तो ठीक है, लेकिन जनरल के लिए ₹1150? ये पैसे कहाँ से आएंगे?
  • Image placeholder

    Amrit Moghariya

    नवंबर 23, 2024 AT 18:24
    अरे भाई, यूजीसी नेट के लिए आवेदन करने वाले हर एक लड़का-लड़की को एक चाय का कप दे दो, फिर बताओ कितना लगता है तैयारी में। ये ₹1150 तो बस एक ब्रेकफास्ट है जिसके बाद तुम्हारा सपना बन जाता है या टूट जाता है।
  • Image placeholder

    shubham gupta

    नवंबर 23, 2024 AT 21:25
    आवेदन फॉर्म में डॉक्यूमेंट्स अपलोड करते समय फाइल साइज़ और फॉर्मेट पर ध्यान दें। JPEG या PDF, 100KB से 200KB के बीच, नाम ठीक से रखें। अगर फॉर्म सबमिट हो जाए तो बाद में सुधार नहीं होगा।
  • Image placeholder

    Gajanan Prabhutendolkar

    नवंबर 24, 2024 AT 16:37
    ये सब बकवास है। यूजीसी नेट तो बस एक बड़ा धोखा है जिसके लिए सरकार लाखों रुपये लेती है। असली शिक्षा कहाँ है? अध्यापक बनने के लिए तो बस एक अच्छा इंटरव्यू और दिमाग चाहिए, न कि एक ऑनलाइन टेस्ट जहाँ आपका नाम बैचलर डिग्री के नीचे छिप जाता है। ये सब नेट बनाने का बहाना है।
  • Image placeholder

    ashi kapoor

    नवंबर 25, 2024 AT 23:43
    मैंने पिछले बार आवेदन किया था और उस वक्त मेरा फोटो बहुत बड़ा था और सिस्टम ने रिजेक्ट कर दिया 😭 फिर मैंने 3 घंटे तक फोटो को 50KB तक कम किया, Photoshop से, फिर भी फेल हो गया। फिर मैंने एक दोस्त को बुलाया जिसने फोटो बदलकर 100KB कर दिया और वो सबमिट हो गया। अब तो मैं आवेदन करते वक्त दिल दहल जाता है। और हाँ, ये सुधार वाला फेसिलिटी तो बहुत अच्छा है, लेकिन अगर आपने फोटो गलत डाला तो वो सुधार भी नहीं होगा अगर आपने फोटो के नाम में स्पेस डाल दिया 😅
  • Image placeholder

    Yash Tiwari

    नवंबर 26, 2024 AT 17:53
    इस प्रक्रिया की व्यवस्था अत्यंत अव्यवस्थित है। एक राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क का विभाजन जाति-आधारित होना अनुचित है। यह न्याय का आधार नहीं, बल्कि राजनीतिक लाभ का साधन है। एक न्यायसंगत प्रणाली में आय आधारित छूट होनी चाहिए, न कि जाति। इसके अलावा, आवेदन सुधार की अवधि केवल दो दिन की होना एक अत्यधिक अविचारित निर्णय है। यह छात्रों को दबाव में डालता है, जो व्यवस्था के उद्देश्य के विपरीत है। यूजीसी नेट को एक शिक्षा संस्थान के रूप में नहीं, बल्कि एक ब्यूरोक्रेटिक बाधा के रूप में देखा जा रहा है।

एक टिप्पणी लिखें