भारत के तेजी से बढ़ते ईटीएफ बाजार में Nifty 50 ETF का अव्वल स्थान: 95% की दावेदारी

भारत के तेजी से बढ़ते ईटीएफ बाजार में Nifty 50 ETF का अव्वल स्थान: 95% की दावेदारी जून, 24 2024

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) का महत्व

ETFs या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स आजकल निवेश की दुनिया में तेजी से प्रमुखता हासिल कर रहे हैं। भारत के निवेशकों के लिए ईटीएफ अब एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प बन गया है, जो कम लागत, विविधता और पारदर्शिता जैसी अनेक लाभ प्रदान करते हैं। ईटीएफ निवेशकों को आसानी से बाजार के विभिन्न प्रकार के एसेट्स, जैसे कि स्टॉक्स, बॉंड्स, कॉमोडिटीज और वैश्विक बाजार को ट्रैक करने की सुविधा देता है।

निफ्टी 50 ईटीएफ का दबदबा

भारत के तेजी से बढ़ते एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) बाजार में, निफ्टी 50 ईटीएफ ने लगभग 95% आस्तियों के प्रबंधन (AUM) के साथ प्रमुख स्थान बनाया है। एक अध्ययन के अनुसार, ईटीएफ अब कुल म्यूचुअल फंड उद्योग की 13% संपत्ति (लगभग 6.95 लाख करोड़ रुपये) का हिस्सा हैं।

निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी

निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी

म्युचुअल फंड उद्योग में यह उछाल न केवल संपत्ति के स्तर पर दिखता है, बल्कि निवेशकों की संख्या में भी। 2017 में 5.33 लाख से बढ़कर 2023 में 1.25 करोड़ पहुंची ईटीएफ खातों की संख्या बताती है कि भारतीय निवेशक अब इस निवेश उपकरण को गंभीरता से ले रहे हैं।

ईटीएफ के लाभ

ईटीएफ कई कारणों से निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। सबसे पहले, ये निवेश के लिए कम लागत के विकल्प उपलब्ध कराते हैं। दूसरे, ये विविधीकरण का लाभ देते हैं जो निवेशकों को सीमित जोखिम के साथ विभिन्न एसेट्स में निवेश करने की अनुमति देते हैं। पारदर्शिता और सुविधा भी ईटीएफ के महत्वपूर्ण लाभों में से एक है।

ईटीएफ विभाजन का महत्व

ईटीएफ विभाजन का महत्व

ईटीएफ सेगमेंट के भीतर, निवेशकों की रुचि को देखते हुए विविधता का भी विशेष महत्व है। उदाहरण के लिए, निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF और निफ्टी मिडकैप 150 ETF, निफ्टी 50 ETF के साथ भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। इससे साफ होता है कि निवेशक केवल एक ही प्रकार के ईटीएफ में निवेश करने के बजाय विविध पोर्टफोलियो बनाने की चाह रख रहे हैं।

इक्विटी ईटीएफ में बढ़ोतरी

इक्विटी ईटीएफ के आस्तियों के प्रबंधन में निरंतर वृद्धि हो रही है। मार्च 2017 में यह आस्तियां 43,234 करोड़ रुपये थीं, जो मार्च 2024 में बढकर 5,63,176 करोड़ रुपये तक पहुंच गई हैं। यह वृद्धि दर्शाती है कि निवेशकों का भरोसा और रुचि इक्विटी आधारित ईटीएफ में निरंतर बढ़ रही है।

ईटीएफ के आने वाले दौर

ईटीएफ के आने वाले दौर

भविष्य में ईटीएफ का बाजार और भी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि निवेशक इसे एक सुरक्षित और प्रभावी निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। निवेशकों की बढ़ती समझ और पारदर्शिता के साथ, ईटीएफ भारतीय निवेश परिदृश्य का एक अनिवार्य हिस्सा बनते जा रहे हैं।