दिल्ली में अप्रैल में हीटवेव का कहर, तापमान पहुंचा 40.2 डिग्री सेल्सियस के पार

दिल्ली में अप्रैल में हीटवेव का कहर, तापमान पहुंचा 40.2 डिग्री सेल्सियस के पार
Anuj Kumar 9 अप्रैल 2025 15

दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का प्रकोप

अप्रैल के महीने में ही दिल्‍ली में तापमान आमतौर पर जितना नहीं होता, उससे कही ज्यादा बढ़ गया। 7 अप्रैल को राजधानी का तापमान 40.2°C पार कर गया। इस मेगा हीटवेव से दिल्ली-एनसीआर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 अप्रैल तक पीला अलर्ट जारी कर दिया, जो बताता है कि लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

दिल्ली के प्रमुख वेधशालाओं, जैसे सफदरजंग ने 40.2°C, अयानगर ने 40.9°C और रिज ने 41°C तापमान दर्ज किया। इसके अलावा, दिल्ली का न्यूनतम तापमान 25.6°C रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले तीन वर्षों का सबसे ज्यादा था। IMD के अनुसार सूखी हवाओं और कम नमी के कारण यह स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो चुकी है।

वायु गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर असर

वायु गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर असर

भीषण गर्मी के कारण न केवल गर्मी से जलन महसूस हो रही है, बल्कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता भी गिर गई है। राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक 261 पर पहुंच गया, जो खराब श्रेणी में आता है। मौसम विभाग ने 10 अप्रैल के बाद राहत की संभावना व्यक्त की है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते संभावित रूप से वर्षा और तापमान में 2-3°C की गिरावट की संभावना है।

दिल्ली ही नहीं, वरन हरियाणा, पंजाब, गुजरात और राजस्थान में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी जगहों पर लोगों को अधिक से अधिक पानी पीने, सुरक्षात्मक कपड़े पहनने और चरम गर्मी के समय बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। पिगत सालों की तरह, इस वर्ष भी पहले से ही गर्मियों की तेज शुरुआत ने चिंता जगाई है।

तपिश भरे मौसम के साथ ही नागरिकों को कई स्वास्थ्य कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सीय निर्देशों के अनुसार, हाइड्रेटेड रहना, सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनना, और तेज धूप से बचना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

15 टिप्पणि

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    Akshat goyal

    अप्रैल 11, 2025 AT 14:00

    पानी पियो, घर में रहो।

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    Yogita Bhat

    अप्रैल 12, 2025 AT 07:56

    अरे भाई, अप्रैल में 40°C? ये तो गर्मी नहीं, बल्कि धरती का बदला है। हमने जो बनाया था वो बर्बाद कर रहे हैं, और अब बाप रे ये तापमान देखकर लगता है जैसे पृथ्वी हमें गर्म चाय पिला रही है। हर साल कहते हैं 'अगले साल बदलेगा', लेकिन अगला साल तो इस साल से भी ज्यादा गर्म हो जाता है। क्या हमें अभी भी सोचना है कि ये सिर्फ 'मौसम' है? ये तो हमारे जीवन का बदलता नियम है।

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    Tanya Srivastava

    अप्रैल 12, 2025 AT 23:55

    लोग कहते हैं IMD का अलर्ट है... पर असल में तो सरकार ने जानबूझकर गर्मी को बढ़ाया है! रेड अलर्ट तो बस एक धोखा है ताकि लोग बाहर न निकलें और बिजली का बिल कम आए। और हाँ, वो सफदरजंग वाली वेधशाला? वो तो अब एक ट्रैफिक लाइट के पास बनी है, जहाँ गाड़ियों की गर्मी तापमान बढ़ा रही है! 😂

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    Diksha Sharma

    अप्रैल 14, 2025 AT 21:53

    ये सब तो सिर्फ एक चाल है... जब दुनिया बदल रही है, तो वो लोग जो आकाश में चीज़ें छिपाते हैं, वो हमें गर्मी का बोझ दे रहे हैं। अगर आपने देखा हो तो अब रात में भी 25°C है? ये तो वो टेक्नोलॉजी है जो आपके घर के एसी के बाहर एनर्जी लूट रही है। लोग तो सोचते हैं ये गर्मी है, पर असल में ये जासूसी है। 🕵️‍♀️

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    anand verma

    अप्रैल 16, 2025 AT 21:32

    यह घटना एक अत्यंत गंभीर जलवायु संकट का संकेत है, जिसका वैश्विक स्तर पर गहरा अध्ययन किया जाना आवश्यक है। भारतीय उपमहाद्वीप के लिए यह अभी तक का सबसे तीव्र अध्ययन केंद्र है, जिसमें नगरीय उष्णता द्वीप प्रभाव, वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के संयुक्त प्रभाव देखे जा सकते हैं। यह समय नियमित नियंत्रण उपायों के लिए नीति निर्माताओं के लिए एक अवसर है।

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    Amrit Moghariya

    अप्रैल 17, 2025 AT 05:20

    ये गर्मी तो बस एक बात बता रही है - हमने अपनी ज़िंदगी को बहुत आसान बना लिया है। हमने एसी लगा लिया, बाहर निकलने की जरूरत नहीं, फिर भी बर्बाद हो रहे हैं। जब तक हम अपने घरों के बाहर नहीं निकलेंगे, तब तक ये गर्मी हमारे लिए सिर्फ एक बात है। लेकिन अगर आप रोज़ सुबह 6 बजे बाहर निकलें, तो ये गर्मी आपको एक अलग तरह से दिखेगी। अभी तो आपको लग रहा है कि ये गर्मी है, असल में ये आपकी आलस्य की आवाज़ है। 😎

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    shubham gupta

    अप्रैल 18, 2025 AT 10:16

    इस गर्मी के दौरान शरीर का तापमान नियंत्रित रखने के लिए शरीर को पर्याप्त जल और इलेक्ट्रोलाइट्स की आवश्यकता होती है। तापमान 40°C से अधिक होने पर शरीर की ताप नियंत्रण क्षमता कम हो जाती है। अतः अत्यधिक गर्मी में अपने घरों में रहना, हल्के रंग के कपड़े पहनना और अत्यधिक शारीरिक गतिविधियों से बचना अत्यंत आवश्यक है।

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    Gajanan Prabhutendolkar

    अप्रैल 19, 2025 AT 20:29

    ये सब तो बस एक बड़ा धोखा है। जब आप देखते हैं कि सरकार एक तरफ गर्मी के बारे में बता रही है, तो दूसरी तरफ वो अपने नए बिजली स्टेशन बना रही है। और जब आप लोग बाहर निकलते हैं, तो आपके फोन पर एक एप चलता है जो आपकी सांसों का तापमान माप रहा होता है। ये सब एक बड़ी नियंत्रण योजना है। और ये गर्मी? वो तो सिर्फ एक शोर है जिसे आप भूल जाना चाहते हैं।

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    ashi kapoor

    अप्रैल 21, 2025 AT 05:36

    मैं तो बस इतना कहूंगी कि अगर आपके घर में एसी नहीं है, तो आप बस इतना ही करें - एक बड़ा बाल्टी में पानी भर लें, उसमें एक छोटा फैन लगा दें, और बैठ जाएं। ये आपकी जिंदगी बदल देगा। मैंने अपने घर पर ये ट्रिक अपनाई थी, और ये इतना अच्छा लगा कि मैंने अपनी माँ को भी सिखा दिया। अब वो रोज़ बोलती हैं, 'बेटी, तुमने ये जादू कैसे सीख लिया?' 😌💧

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    Yash Tiwari

    अप्रैल 21, 2025 AT 11:13

    यह घटना न केवल जलवायु परिवर्तन का एक लक्षण है, बल्कि भारतीय नागरिक संस्कृति के अंदर गहरे आधारभूत तार्किक और नैतिक असंगति का प्रतिबिंब है। हमने आधुनिकता को अपनाया, लेकिन नैतिकता को नहीं। हमने एसी को बढ़ावा दिया, लेकिन जल संरक्षण को नहीं। हमने बिजली की खपत बढ़ाई, लेकिन वायु गुणवत्ता के लिए जिम्मेदारी नहीं ली। इसलिए, यह गर्मी एक नैतिक दंड है, जो हमारी उपेक्षा के प्रति हमारे आत्मा का अभियोग है।

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    Mansi Arora

    अप्रैल 22, 2025 AT 16:01

    अरे यार, ये गर्मी तो बस शुरुआत है। अगले महीने तो दिल्ली में बिजली जाएगी और हर कोई बाहर घूम रहा होगा। और फिर आप लोग बोलेंगे 'ओह, ये तो बहुत गर्म है!' लेकिन आपने तो अपने घर में एसी लगाया हुआ है, और बाहर वाले को तो बस देखना है। ये तो बस एक बड़ा असमानता का नजारा है। अगर आपको लगता है ये गर्मी सिर्फ मौसम की है, तो आप गलत हैं। ये तो समाज की गर्मी है।

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    Amit Mitra

    अप्रैल 23, 2025 AT 09:32

    इस तरह की गर्मी के दौरान, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो बाहर काम करते हैं, जैसे दिल्ली के सड़क पर चलने वाले दिनभर के मजदूर, या दुकानदार, यह बहुत कठिन होता है। मैंने अपने दोस्त को एक वीडियो देखा जिसमें एक आदमी अपने घर के बाहर बैठा हुआ था, और उसके हाथ में एक बोतल थी - उसके पास बस एक बोतल पानी था, और वो एक घंटे तक बैठा रहा। यह तो बस एक आंकड़ा नहीं है, यह एक इंसान की जिंदगी है।

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    sneha arora

    अप्रैल 23, 2025 AT 17:37

    पानी पियो भाई 😭 बस इतना ही करो... अगर तुम बाहर जा रहे हो तो बाल्टी में पानी भरकर ले जाओ 🌞💧 और अगर तुम्हारे पास एसी नहीं है तो बस एक गीला तौलिया लगा लो... ये बहुत काम आता है ❤️

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    Gajanan Prabhutendolkar

    अप्रैल 25, 2025 AT 04:55

    तुम लोग तो सिर्फ इतना कहते हो कि 'पानी पियो'... पर अगर तुम्हारे पास पानी ही नहीं है? दिल्ली के कुछ इलाकों में तो पानी की आपूर्ति 2 दिन में एक बार होती है। और जब आती है, तो वो गंदा होता है। तुम बस इतना कहते हो कि 'पानी पियो'... पर अगर तुम्हारे पास पानी नहीं है, तो तुम्हारा जीवन भी नहीं है। ये गर्मी तो सिर्फ मौसम नहीं, ये एक अपराध है।

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    Siddharth Madan

    अप्रैल 26, 2025 AT 14:24

    ये गर्मी बस एक चेतावनी है। हमें अपनी आदतों को बदलना होगा। बस इतना ही।

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