हेमंत सोरेन बने रहेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, विधायकों की सहमति से हुआ फैसला

हेमंत सोरेन बने रहेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, विधायकों की सहमति से हुआ फैसला
Anuj Kumar 4 जुलाई 2024 15

हेमंत सोरेन की वापसी पर विधायकों की सहमति

झारखंड में राजनीतिक घटनाक्रम एक बार फिर से तेजी पकड़ रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री पद पर वापसी के संकेत मिल रहे हैं। पार्टी के विधायकों और सहयोगी दलों के निर्णय के बाद अब यह लगभग तय हो गया है कि हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।

रांची में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के निवास पर आयोजित बैठक में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों ने मिलकर यह फैसला लिया। बैठक में सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को जेएमएम विधायक दल का नेता चुना गया। वर्तमान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के जल्द ही अपने पद से इस्तीफा देने की भी संभावना है, जिससे हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री बनना तय हो सके।

हेमंत सोरेन की रिहाई और राजनीतिक घटनाक्रम

हेमंत सोरेन को हाल ही में जेल से रिहा किया गया है। उन्हें 28 जून को उच्च न्यायालय के फैसले के बाद रिहाई मिली थी। वे पांच महीने से अधिक समय तक जेल में रहे, जबकि वे एक कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार हुए थे। उनकी गिरफ्तारी से पहले 31 जनवरी को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

हेमंत सोरेन की वापसी के समय पर ध्यान देते हुए, ऐसा लगता है कि राज्य की राजनीति में फिर से एक अहम मोड़ आ गया है। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में जेएमएम-नेतृत्व वाली गठबंधन के पास फिलहाल 45 विधायकों का समर्थन है। इनमें जेएमएम के 27, कांग्रेस के 17 और आरजेडी के 1 विधायक शामिल हैं।

गठबंधन की ताकत और चुनौतियां

हालांकि, हाल के समय में इस गठबंधन को चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा हैं। जेएमएम के दो विधायक, नलिन सोरेन और जोबा माजी, संसद के लिए चुने गए हैं। साथ ही, पार्टी ने बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा और बोरियो विधायक लोबिन हंब्रोम को पार्टी से निष्कासित भी किया है। इन घटनाओं ने गठबंधन की स्थिति को थोड़ा कमजोर बना दिया है।

पार्टी विधायक संख्या
जेएमएम 27
कांग्रेस 17
आरजेडी 1

इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों की संख्या 24 हो गई है। लोकसभा चुनावों में भाग लेने और उनके मंडु विधायक जयप्रकाश भाई पटेल के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी को भी कुछ झटके लगे हैं।

झारखंड विधानसभा में वर्तमान स्थिति

वर्तमान में, झारखंड विधानसभा की कुल सदस्य संख्या 81 है, लेकिन हालिया घटनाओं के बाद यह संख्या 76 तक सीमित हो गई है। ऐसे में राजनीतिक संतुलन और सत्ता समीकरण में बदलाव साफ दिखाई दे रहे हैं।

हेमंत सोरेन की बतौर मुख्यमंत्री वापसी राज्य की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उन्होंने पहले दो बार मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए अपने काम के लिए सराहना पाई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि नए शासनकाल में वे किन नीतियों और निर्णयों को अपनाते हैं और झारखंड को आगे बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।

यह खबर झारखंड की राजनीतिक परिधि में महत्वपूर्ण घटनाओं की सूची में एक नया अध्याय जोड़ती है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य को नई दिशा मिलने की संभावना है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी समय में क्या कुछ नया होता है।

15 टिप्पणि

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    simran grewal

    जुलाई 6, 2024 AT 15:37
    फिर से हेमंत सोरेन? अरे भाई, जेल से निकले तो मुख्यमंत्री बन जाएंगे, अब तो न्याय का मतलब ही बदल गया।
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    vikram yadav

    जुलाई 8, 2024 AT 02:28
    जेएमएम के 27 विधायक, कांग्रेस के 17, आरजेडी का एक... ये गठबंधन तो एक टूटी हुई चारपाई पर बैठकर राज करने वाला है। लेकिन अगर हेमंत अच्छा काम करे तो कोई नहीं रोक सकता।
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    Vitthal Sharma

    जुलाई 9, 2024 AT 15:32
    अच्छा हुआ।
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    chandra aja

    जुलाई 10, 2024 AT 03:54
    ये सब बीजेपी की साजिश है। जेल से रिहा करवाकर फिर से उठाया गया, ताकि वो अपने खुद के नेता को धोखा दे सकें। अब देखोगे, अगले 6 महीने में जेएमएम के 10 विधायक बीजेपी में चले जाएंगे।
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    Dr.Arunagiri Ganesan

    जुलाई 11, 2024 AT 13:15
    हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड ने अपनी पहचान बनाई। जमीन के मामले में उन पर आरोप लगे, लेकिन उनकी आदतें अपने लोगों के लिए थीं। अब वापसी का मौका है, बस इतना चाहिए कि वो निर्मम होकर बदलाव लाएं।
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    Yogesh Dhakne

    जुलाई 12, 2024 AT 21:41
    मैं तो बस देख रहा हूँ। जब तक बिहार और झारखंड के राजनेता अपने भाई-बंधुओं को नहीं छोड़ेंगे, तब तक ये चक्र चलता रहेगा। 😐
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    Hannah John

    जुलाई 13, 2024 AT 10:55
    जेल में बैठे हेमंत ने जो सारे राजनीतिक राज़ जान लिए थे वो सब अब बाहर आ गए... और अब वो इन सब चीजों को उलट फेर कर रहे हैं। आपको लगता है ये बेकार की बातें हैं? नहीं भाई, ये तो बड़ी चाल है
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    Monika Chrząstek

    जुलाई 14, 2024 AT 18:22
    हेमंत के वापसी से बहुत लोग खुश हैं... मैं भी खुश हूँ। लेकिन अगर वो अपने बहन चंपई को छोड़ देंगे तो मैं उनके खिलाफ हो जाऊंगी। वो भी एक मजबूत नेता थीं।
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    kuldeep pandey

    जुलाई 16, 2024 AT 10:50
    क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब फिल्मों की तरह है? गिरफ्तारी... जेल... रिहाई... वापसी... अब अगला एपिसोड क्या होगा? शायद उनकी बहन ने जहर दे दिया? 🙃
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    Abhishek Deshpande

    जुलाई 17, 2024 AT 12:42
    यहाँ तक कि विधायकों की संख्या का भी आँकड़ा... 81, फिर 76... अरे ये तो गणित का नहीं, राजनीति का खेल है... और इस खेल में न्याय का कोई स्थान नहीं है...
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    Rosy Forte

    जुलाई 18, 2024 AT 02:05
    एक नेता की वापसी का मामला नहीं... यह तो एक नैतिक विकृति का प्रतीक है। जहाँ अपराधी नेतृत्व करता है, वहाँ न्याय का अस्तित्व ही असंभव हो जाता है। यह राज्य अब सिर्फ एक नाटक का मंच बन गया है।
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    Sutirtha Bagchi

    जुलाई 18, 2024 AT 15:58
    हेमंत वापस आ गए... अब जल्दी से अपने बेटे को भी एमएलए बना दो ना! 😭❤️
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    Vinay Menon

    जुलाई 19, 2024 AT 20:21
    मैं झारखंड का रहने वाला हूँ। हेमंत सोरेन ने अपने दो शासनकाल में बहुत कुछ किया। जंगलों की सुरक्षा, आदिवासी योजनाएँ, स्कूलों का विस्तार... अब बस यही उम्मीद है कि वो फिर से वही करें। नहीं तो फिर लोग फिर से बदलाव की गुहार लगाएंगे।
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    dhananjay pagere

    जुलाई 21, 2024 AT 01:39
    लोगों को याद है कि जब हेमंत जेल में थे, तो उनके लिए एक बड़ा सामूहिक अर्चना हुई थी? अब वो वापस आ गए... ये तो भगवान की इच्छा है। 🙏
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    Tamanna Tanni

    जुलाई 21, 2024 AT 22:41
    हेमंत सोरेन के आने से झारखंड के आदिवासी बच्चों के लिए नई उम्मीद है। बस उन्हें याद रखना है कि उनकी ज़मीन, उनकी आवाज़, और उनका भविष्य ही उनका नेतृत्व का आधार होना चाहिए।

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