क्रिप्टो करेंसि: क्या है, कैसे शुरू करें और क्या देखना चाहिए?
अगर आपने अभी‑तक बिटकॉइन या एथेरियम के बारे में सुना है लेकिन समझ नहीं आया कि ये असल में क्या हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि क्रिप्टो सिर्फ़ हाई‑टेक वाले लोगों का खेल है, पर असली बात यह है कि इसे सीखना उतना ही आसान हो सकता है जितनी किसी नई ऐप को डाउनलोड करना.
क्रिप्टो करेंसि के बेसिक फंडामेंटल
सबसे पहले जानिए कि क्रिप्टो करेंसि एक डिजिटल पैसे की तरह है, जो ब्लॉकचेन नामक तकनीक पर चलती है। इस तकनीक में हर लेन‑देण का रिकॉर्ड सार्वजनिक रूप से सहेजा जाता है और उसे बदला नहीं जा सकता. यही कारण है कि कई लोग इसे सुरक्षित मानते हैं.
भारत में क्रिप्टो की वैधता अभी भी डिस्कशन में है, लेकिन RBI ने डिजिटल एसेट्स को टैक्सेबल माना है। इसलिए अगर आप ट्रेडिंग या निवेश करने वाले हैं तो अपने कर रिटर्न में इसे दिखाना ज़रूरी होगा.
कैसे शुरू करें – आसान स्टेप‑बाय‑स्टेप गाइड
1. वॉलेट चुनें: सबसे पहले आपको एक डिजिटल वॉलेट चाहिए जहां आप अपनी कॉइन रख सकें। भारत में WazirX, CoinDCX और ZebPay लोकप्रिय विकल्प हैं। ऐप डाउनलोड करके KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करें.
2. खाता फंडिंग: अपना बैंक अकाउंट या UPI लिंक कर के वॉलेट में रुपए जोड़ें। अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म 10 % तक की कमिशन लेते हैं, इसलिए पहले फीस देख लें.
3. कॉइन खरीदें: बिटकॉइन, एथेरियम, रेपल जैसे मुख्य कॉइन सबसे आसान होते हैं। छोटे निवेश से शुरू करें – 5‑10 हजार रुपये भी पर्याप्त है.
4. सुरक्षा पर ध्यान दें: दो‑फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन रखें, और बड़े फंड को हार्डवेयर वॉलेट में रखेँ अगर आप लाँब समय के लिए होल्ड करना चाहते हैं.
5. मार्केट फ़ॉलो करें: CoinMarketCap या CoinGecko जैसी साइट से रोज़ाना कीमतें देख सकते हैं। हिंदी में अपडेट पाने के लिए हमारे टैग पेज को फॉलो करिए – यहाँ हर नई ख़बर तुरंत दिखती है.
अब बात करते हैं कि कौन‑से ट्रेंड्स इस साल खासे धूम मचा रहे हैं. भारत में सेंट्रल बैंकों का डिजिटल रुपये (CBDC) प्रोजेक्ट जल्द लॉन्च हो सकता है, जो मौजूदा क्रिप्टो मार्केट पर असर डाल सकता है. साथ ही DeFi (डिसेंटरलाइज़्ड फ़ाइनेंस) प्लेटफ़ॉर्म भी बढ़ रहे हैं – ये आपको बिना बैंक के लोन और इंटरेस्ट कमाने की सुविधा देते हैं.
यदि आप ट्रेडिंग में रूचि रखते हैं, तो रोज़ाना चार्ट पढ़ना सीखें. सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवल समझने से छोटे‑छोटे प्राइस मूवमेंट्स को पकड़ सकते हैं। लेकिन याद रखें – क्रिप्टो की कीमतें बहुत जल्दी बदलती हैं, इसलिए जोखिम कम रखने के लिए केवल वह निवेश करें जो खोने में आपको परेशानी न हो.
आखिर में एक बात और: हमेशा आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लेनी चाहिए. सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले अफ़वाहों को बिना चेक किए फॉलो नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई धोखा देने वाले स्कैम चलाते हैं.
तो अब आप तैयार हैं? अपना वॉलेट खोलें, छोटी राशि से शुरू करें और मार्केट की हर नई ख़बर के लिए हमारे “क्रिप्टो करेंसि” टैग को बुकमार्क करके रखें. सरल भाषा में अपडेट्स पाकर आप भी इस डिजिटल युग का हिस्सा बन सकते हैं.

बिटकॉइन का $80,000 के करीब पहुंचना: ट्रम्प की वापसी और आर्थिक घटनाओं का प्रभाव
बिटकॉइन ने सप्ताहांत में एक उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, लगभग $80,000 के स्तर पर पहुंचते हुए। इस उछाल का मुख्य कारण डोनाल्ड ट्रम्प की डिजिटल एसेट्स पर समर्थन और कांग्रेस में समर्थकों की उपस्थिति को माना जा रहा है। इसके अलावा फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कमी भी इसे प्रभावित कर रही है। इस दौरान छोटी ट्रेडिंग के बावजूद खुदरा निवेशकों की बड़ी भूमिका देखी गई है।
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