नवीकरणीय ऊर्जा क्या है और क्यों जरूरी?

अगर आप बिजली का बिल देखकर थक गए हैं तो नवीकरणीय ऊर्जा आपके लिए एक आसान समाधान हो सकता है। सौर, पवन, जल और बायोमास जैसे स्रोतों से मिलने वाली ये शक्ति पेट्रोल या कोयले जैसी पुरानी चीज़ों की तुलना में साफ, किफ़ायती और पर्यावरण‑दोस्त होती है। भारत में सूरज की रोशनी बहुत तेज़ है, इसलिए सौर पैनल लगाना अब सिर्फ बड़े उद्योगों के लिए नहीं रहा, घर‑घर में भी संभव हो गया है।

मुख्य नवीकरणीय स्रोत और उनके फायदे

सोलर पावर: एक किलowatt‑पीक सौर सिस्टम की लागत पिछले पाँच सालों में 60 % कम हुई है। इसका मतलब है कि छोटे निवेश से भी कई परिवार दो‑तीन साल में अपने खर्चे वापस पा लेते हैं। सौर पैनल रख‑रखाव आसान है, और बिजली कटौती के समय बैटरी के साथ जुड़कर घर को निरंतर ऊर्जा दे सकते हैं।

पवन ऊर्जा: भारत की समुद्री तटरेखा और खुले मैदानों में हवा का वेग अक्सर 6 m/s से ऊपर रहता है, जो पवन टर्बाइन चलाने के लिए पर्याप्त है। छोटे‑स्तर के माइक्रो‑विंड प्रोजेक्ट्स ग्रामीण इलाकों में बिजली पहुंचा रहे हैं और किसानों को अतिरिक्त आय भी दे रहे हैं।

हाइड्रो (छोटे जलविद्युत): बड़े डैम की जगह छोटे बाँध या नदी के प्रवाह पर स्थापित टर्बाइन कम लागत पर स्थायी शक्ति देते हैं। ये सिस्टम बाढ़ का जोखिम नहीं बढ़ाते और स्थानीय जीव‑जंतुओं को नुकसान नहीं पहुँचाते।

बायोमास और बायोगैस: कृषि अवशेष, गोबर या खाद्य अपशिष्ट से बने गैस को घर में खाना पकाने या जनरेटर चलाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे कचरा कम होता है और ग्रामीण परिवारों का खर्चा घटता है।

भारत में नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने के आसान कदम

1. स्थानीय नीति देखें: कई राज्य सौर इंस्टॉलेशन पर सब्सिडी या टैक्स छूट देते हैं। अपने जिले की वेबसाइट पर जाकर उपलब्ध स्कीम जांचें।

2. विश्वसनीय installer चुनें: इंटरनेट पर रिव्यू पढ़ें, प्रमाणपत्र देखे और दो‑तीन कोटेशन लेकर ही निर्णय लें। बेहतर गुणवत्ता वाला पैनल लंबी उम्र देता है।

3. बिजली बिल में नेट मीटरिंग का फायदा उठाएँ: अगर आपके सिस्टम से ज्यादा बिजली बनती है, तो वह ग्रिड में भेज दें और आगे के महीनों में वापसी मिलती है। इससे निवेश जल्दी वापस मिलता है।

4. बैटरी स्टोरेज की योजना बनाएँ: बैकअप चाहिए? लिथियम‑आयन या टार्गेटेड फ्लो बैटरियों में से अपने बजट के अनुसार चुनें। छोटी घर‑घर सेट‑अप में 5‑10 kWh बैटरी पर्याप्त रहती है।

5. समुदायिक प्रोजेक्ट पर विचार करें: अगर व्यक्तिगत स्तर पर लागत ज्यादा लगती है तो पड़ोस या गांव के साथ मिलकर माइक्रो‑ग्रिड बनाएं। खर्चा बाँटे, लाभ सबको मिले।

नवीकरणीय ऊर्जा सिर्फ पर्यावरण की बात नहीं, बल्कि आपके जेब की भी बचत है। सौर पैनल लगाकर आप महीने का बिजली बिल आधा या उससे कम कर सकते हैं, और साथ ही कार्बन फूटप्रिंट घटता है। अगर अभी तक आपने कदम नहीं उठाया तो छोटे से शुरू करें – घर में एक 1 kW सोलर सिस्टम या अपने खेत में माइक्रो‑विंड टर्बाइन लगाएँ। समय के साथ लागत कम होगी, तकनीक बेहतर होगी और आप एक साफ ऊर्जा भविष्य का हिस्सा बन जाएंगे।

अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी: टोटल गैस और ग्रीन एनर्जी शेयरों में 16% की उछाल
Anuj Kumar 4 जून 2024 0

अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी: टोटल गैस और ग्रीन एनर्जी शेयरों में 16% की उछाल

अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी मांग के कारण अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस के शेयरों में 16% की उछाल आई है। यह उछाल ग्रीन एनर्जी में बढ़ती रुचि और कंपनी के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार के प्रयासों का परिणाम है। अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपने लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिसमें दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में गिनती करना शामिल है।

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