Unicommerce: भारतीय ई‑कॉमर्स का भरोसेमंद साथी

अगर आप ऑनलाइन बेचने की सोच रहे हैं तो Unicommerce एक आसान विकल्प है। यह सॉफ्टवेयर आपके स्टॉक, ऑर्डर और डिलीवरी को एक जगह संभालता है, इसलिए अलग‑अलग टूल्स से जूझना नहीं पड़ता। छोटे व्यापारी से लेकर बड़े ब्रांड तक इसे इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि इसमें सेट‑अप जल्दी होता है और सपोर्ट भी अच्छा मिलता है।

मुख्य सुविधाएँ जो काम आती हैं

Unicommerce में इन्वेंटरी मैनेजमेंट, मल्टी‑चैनल इंटीग्रेशन और रियल‑टाइम रिपोर्टिंग जैसी बेसिक चीजें होती हैं। जब आप Amazon, Flipkart या अपना खुद का वेबसाइट जोड़ते हैं तो सभी प्लेटफ़ॉर्म पर एक ही डैशबोर्ड से प्रोडक्ट अपडेट कर सकते हैं। इससे स्टॉक आउट या दोहरा ऑर्डर की समस्या काफी कम हो जाती है।

भुगतान गेटवे और लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स का कनेक्शन भी पहले से बना रहता है, इसलिए आप रिटर्न या डिलीवरी ट्रैकिंग को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। अगर आपका बिजनेस तेज़ी से बढ़ रहा है तो ये ऑटो‑मैटिक फीचर आपके टाइम को बचाते हैं और गलती के मौके घटाते हैं।

नवीनतम अपडेट और उपयोगी टिप्स

2025 में Unicommerce ने AI‑आधारित प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स जोड़ दिया है, जिससे आप अगले महीने की बिक्री का अनुमान लगा सकते हैं। यह फीचर स्टॉक प्लानिंग को स्मार्ट बनाता है, ताकि आप ज्यादा या कम दोनों न रहें। साथ ही मोबाइल ऐप अब ऑफ़लाइन मोड सपोर्ट करता है, मतलब नेटवर्क नहीं हो तो भी आप ऑर्डर देख और प्रोसेस कर सकते हैं।

अगर आप अभी शुरू कर रहे हैं तो सबसे पहले प्रोडक्ट कैटेगरी सही तरीके से सेट करें, क्योंकि बाद में बदलना थोड़ा मुश्किल होता है। फिर एक बार सभी मार्केटप्लेस को कनेक्ट करने के बाद टेस्ट ऑर्डर चलाएँ; इससे किसी भी एरर का पता चल जाता है और लाइव जाने पर आश्चर्य नहीं रहता।

भुगतान सेटिंग्स में “ऑटो‑कॅश ऑन डिलीवरी” ऑप्शन को एक्टिव रखें, यह कई ग्राहकों की पसंद बन गया है और रिटर्न रेट घटाता है। लॉजिस्टिक्स पार्टनर चुनते समय उनकी रीच और कीमत दोनों देखें; अक्सर छोटा प्लान भी बड़ी सेवाएँ दे सकता है अगर आप सही पैकेजिंग उपयोग करें।

Unicommerce का सपोर्ट टीम 24/7 उपलब्ध रहती है, इसलिए कोई दिक्कत आए तो तुरंत टिकट बनाकर पूछें। कई बार FAQs में ही हल मिल जाता है, लेकिन अगर आपके केस‑स्पेसिफ़िक समस्या है तो लाइव चैट या कॉल बेहतर रहेगा।

समझिए कि Unicommerce सिर्फ टूल नहीं, बल्कि आपका बिजनेस पार्टनर है। सही सेटअप और नियमित मॉनीटरिंग से आप अपने मार्जिन को बढ़ा सकते हैं और ग्राहक संतुष्टि भी सुधार सकते हैं। याद रखें, डेटा जितना साफ़ रहेगा उतने ही बेहतर निर्णय ले पाएंगे।

अंत में यह कहना चाहिए कि अगर आप भारत में ई‑कॉमर्स शुरू करना चाहते हैं या मौजूदा ऑपरेशन को स्केल अप करना चाहते हैं तो Unicommerce एक भरोसेमंद विकल्प है। इसकी सुविधाएँ, अपडेट और सपोर्ट सब मिलकर आपके काम को आसान बनाते हैं। अभी साइन‑अप करके देखें, शायद आपका अगला बड़ा ब्रेकथ्रू यही से शुरू हो!

शानदार शुरुआत: 118% प्रीमियम के साथ Unicommerce के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध
Anuj Kumar 14 अगस्त 2024 0

शानदार शुरुआत: 118% प्रीमियम के साथ Unicommerce के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध

Unicommerce eSolutions ने स्टॉक एक्सचेंज पर शानदार शुरुआत की, एनएसई पर 235 रुपये पर सूचीबद्ध होकर 117.6% का प्रीमियम दिखाया। बीएसई पर ये शेयर 230 रुपये पर सूचीबद्ध हुए, जो 113% का प्रीमियम है। मजबूत ग्रे मार्केट प्रीमियम और आईपीओ की भारी सब्सक्रिप्शन के कारण यह प्रदर्शन अपेक्षित था।

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