2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव: अनिल विज की बॉलीवुड गीत पर प्रतिक्रिया

2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव: अनिल विज की बॉलीवुड गीत पर प्रतिक्रिया
Anuj Kumar 8 अक्तूबर 2024 6

हरियाणा चुनाव में अनिल विज का अनोखा अंदाज

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे जिस तेजी से बदलते गए, भाजपा की इस प्रगति पर एक नया मोड़ आया जब पार्टी नेता अनिल विज ने एक मशहूर बॉलीवुड गीत का सहारा लेकर अपनी खुशी व्यक्त की। ‘मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया’ 1961 की फिल्म 'हम दोनों' का यह गीत विज के दिल की बात कहने के लिए चुना गया। विज जो मुख्य रूप से अपनी स्पष्टवादिता और आकर्षक व्यक्तित्व के लिए पहचाने जाते हैं, इस बार भी चर्चाओं में बने रहे।

अनिल विज, जो अंबाला कैंट से छह बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं, इस बार भी अपनी सीट को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हालांकि चुनाव के शुरुआती रुझानों में उन्हें कांग्रेस के विरुद्ध संघर्ष करना पड़ा, परंतु बाद में भारतीय चुनाव आयोग के नवीनतम रुझानों के अनुसार वे 5,377 वोटों से आगे चल रहे थे। यह उनके समर्थकों के लिए राहत की खबर थी।

राजनीतिक रणनीति और दृष्टिकोण

राजनीतिक रणनीति और दृष्टिकोण

चुनावी गणना के दौरान विज का मीडिया के साथ अपनाया गया व्यवहार खासा दिलचस्प था। उन्होंने कांग्रेस की शुरुआती बढ़त पर एक खास व्यंग्यात्मक लहजा अपनाते हुए कहा कि ये सब 'पोस्टल बैलट' की वोट गिनती पर आधारित रुझान हैं। विज ने पार्टी के निर्णय को लेकर अपनी असहमति भी व्यक्त की, जिसमें नयाब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा चुना गया है। अपनी इच्छाओं को व्यक्त करते हुए विज ने कहा कि उन्हें हरियाणा की 'तकदीर और तस्वीर' बदलने का मौका मिले तो वे इसे करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

आंतरिक राजनीति में विज का स्थान

आंतरिक राजनीति में विज का स्थान

भाजपा के भीतर विज की स्थिति कुछ हलचल भरी रही है। पार्टी द्वारा बिना उन्हें सूचित किए पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को नयाब सिंह सैनी से बदलने के निर्णय ने विज को काफी नाराज किया। यही वजह है कि वे सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। अपनी असहमति को व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें अब अजनबी जैसा महसूस कराया जा रहा है।

विज ने यह भी खुलासा किया कि हरियाणा के कई लोग और उनके क्षेत्र के लोग उनसे मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी करने की बात कह रहे हैं। हालांकि, उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा भी बरकरार रखी है। और इन्हीं सब वजहों से वे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक चेहरा बने हुए हैं।

अनिल विज के व्यक्तित्व की झलक

अनिल विज के व्यक्तित्व की झलक

विज का यह ट्रेंडिंग अंदाज़ और अपनी बातों को स्पष्टता से रखने की आदत, उन्हें भारतीय राजनीति में एक अलग पहचान दिलाती है। उनके इस गीत गाने और मीडिया के साथ हुए वार्तालाप ने न केवल हरियाणा के राजनैतिक माहौल को बल्कि पूरे देश में चर्चाओं को जन्म दिया है। उन्होंने दिखाया है कि कैसे वे राजनीति के इस माहिर खेल में अपने अलग अंदाज और अपील से सामंजस्य बनाते रहते हैं।

यह देखा जा सकता है कि विज की राजनीति में चल रही इन जद्दोजहद ने हरियाणा के चुनावी क्रम को और भी ख़ास बना दिया है। शायद यही कारण है कि वे लोगों के दिलों में भी एक विशेष स्थान बनाने में सफल रहे हैं।

6 टिप्पणि

  • Image placeholder

    vikram yadav

    अक्तूबर 9, 2024 AT 21:06

    अनिल विज ने जो गीत चुना, वो सिर्फ़ एक गीत नहीं-ये तो एक पूरी राजनीतिक घोषणा है! 'मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया'-ये लाइन तो उनके जीवन का एपिटाफ है। छह बार जीतने वाला आदमी, जो अब भी अपने रास्ते पर चल रहा है, बिना किसी के दबाव में आया है। ये बॉलीवुड गीत नहीं, ये तो एक जीवन दर्शन है।

  • Image placeholder

    Tamanna Tanni

    अक्तूबर 10, 2024 AT 15:16
    बस एक गीत और एक मुस्कान। इतना काफी है।
  • Image placeholder

    Rosy Forte

    अक्तूबर 11, 2024 AT 02:04

    यह जो विज जी ने बॉलीवुड गीत का उपयोग किया, यह तो एक पोस्ट-मॉडर्न राजनीतिक नैरेटिव का उदाहरण है-एक अल्पसंख्यक विद्रोह का संगीतमय अभिव्यक्ति। उन्होंने एक जनसामान्य सांस्कृतिक संकेत को राजनीतिक एजेंडे के लिए री-कोडिंग कर दिया। यह बेहद शानदार रणनीति है, जो फूको के 'डिसकोर्स' के सिद्धांत को व्यावहारिक रूप से साबित करती है। भाजपा के अंदर के अधिकारिक राजनीतिक अभिव्यक्ति के बारे में आज तक कोई नहीं सोचा था कि एक गीत इतना शक्तिशाली हो सकता है।

  • Image placeholder

    Yogesh Dhakne

    अक्तूबर 11, 2024 AT 19:12

    देखो ये विज जी तो असली लोगों के दिलों के नाम लिखते हैं। बॉलीवुड गीत गाने की बात तो सिर्फ़ एक छोटी सी बात है। असली बात तो ये है कि वो चुनाव के बाद भी अपनी बात खुलकर रखते हैं। किसी के सामने झुके बिना। अब तो लोग भी इस तरह के लोगों को पसंद करने लगे हैं। अगर भाजपा के अंदर ऐसे लोग होंगे, तो देश का भविष्य अच्छा होगा।

  • Image placeholder

    kuldeep pandey

    अक्तूबर 13, 2024 AT 13:20

    अच्छा... तो अब राजनीति में गीत गाना एक रणनीति बन गया? क्या अगला चरण बाजे के साथ नाचना होगा? और फिर अचानक एक बार फिर बिना किसी सूचना के मुख्यमंत्री बदल दिया गया... और अब वो गीत गाकर अपनी असहमति दर्शाते हैं? ये नहीं, ये तो एक बहाना है। एक नरम नाटक। बिना किसी वास्तविक विरोध के। बस एक अभिनेता जो अपनी भूमिका निभा रहा है।

  • Image placeholder

    Hannah John

    अक्तूबर 13, 2024 AT 20:42

    ये सब बॉलीवुड गीत वाली बात तो बस धुंध है दोस्तों... असली बात ये है कि भाजपा ने उन्हें छोड़ दिया है और अब उनके घर में CCTV लगे हुए हैं। वो गीत गा रहे हैं क्योंकि उनकी फोन की बातें सुनी जा रही हैं। अगर आप जानते होते कि उनके घर के बाहर दो ब्लैक कारें हमेशा खड़ी रहती हैं... तो आपको लगता कि ये गीत गाना उनका एक संकेत है। वो कह रहे हैं-'मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया'... मतलब मैं अभी भी जिंदा हूँ।

एक टिप्पणी लिखें