
जब नोवाक डजोकविच, टेनिस खिलाड़ी, सर्बिया ने 38 साल की उम्र में विंबलडन 2025लंदन के अर्धफ़ाइनल में जैनिक सिंनर, विश्व नंबर‑1 इटालियन, से 6‑3, 6‑3, 6‑4 से हार का सामना किया, तो टेनिस जगत में चर्चा छा गई। यह हार केवल एक मैच नहीं, बल्कि डजोकविच के 25वें ग्रैंड स्लेम के सपने का नुकसान थी—एक ऐसा लक्ष्य जिससे वह 24 बार के बाद एक नया रिकॉर्ड बनाना चाहते थे।
पृष्ठभूमि: डजोकविच का विंबलडन सफर
डजोकविच ने अब तक विंबलडन में सात शीर्षक जीते हैं, जिससे वह ग्रास कोर्ट के महारथी कहलाते हैं। 2023 यूएस ओपन जीतने के बाद 662 दिन बीत चुके थे, और इस बीच वह मार्गरेट कोर्ट के साथ 24 ग्रैंड स्लेम के बराबर स्थान पर बने रहे। कई विशेषज्ञों ने कहा कि 2025 का विंबलडन उनके लिए "अंतिम बेस्ट चांस" हो सकता है, क्योंकि ग्रास पर उनकी खेल शैली अक्सर अन्य सतहों से बेहतर होती है।
सेमीफ़ाइनल की कहानी
डजोकविच की पिछली राउंड में एक गिरावट हुई—एक तेज़ी से गिरकर वह थोड़ी असहज हो गए थे। यह चोट उनके गति को धीमा कर गई, और जैनिक सिंनर ने इसे बड़े ही साफ़ तरीके से महसूस किया। "मैं डजोकविच को बहुत सम्मान देता हूँ, लेकिन मैं यहाँ अपने सर्वश्रेष्ठ खेलने आया हूँ," सिंनर ने मैच के बाद कहा। डजोकविच ने भी अपना दिल खोल कर कहा, "विंबलडन मेरे बचपन का सपना रहा है, यहाँ इतिहास बनाना हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगा।"
संख्या और आँकड़े
- डजोकविच के ग्रैंड स्लेम टाइटल: 24 (मार्गरेट कोर्ट के बराबर)
- सिनर की वर्तमान विश्व रैंक: 1
- डजोकविच की उम्र: 38 वर्ष (जैनिक सिंनर से 15 साल बड़ा)
- डजोकविच का पिछला ग्रैंड स्लेम जीत: 2023 यूएस ओपन
- सिंनर के डजोकविच के खिलाफ जीत की क्रमिकता: 5 लगातार मैच

विपक्षी युवा पीढ़ी का दबदबा
जैनिक सिंनर और कार्लोस अल्काराज़, दोनों ही डजोकविच से 15‑16 साल छोटे हैं, और 2024‑2025 में सभी चार ग्रैंड स्लेम टाइटल्स उन्होंने जीते हैं। यह स्थिति 2005‑2007 में फ़ेडरर‑नडाल के दोहरी हावी के समान है, लेकिन इस बार वह डजोकविच द्वारा तोड़ा गया था। किन्स रॉज़वॉल ने 1972 में 37 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया ओपन जीत कर सबसे पुराने ग्रैंड स्लेम विजेता का रिकॉर्ड बनाया था—डजोकविच इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश में हैं, पर उम्र की मार अब स्पष्ट दिख रही है।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य की राह
टेनिस चैनल के विश्लेषकों ने कहा, "डजोकविच की मानसिकता और इरादा हमेशा खास रहे हैं, पर शारीरिक सीमाएँ धीरे‑धीरे सामने आ रही हैं।" एक अनुभवी कोच ने जोड़े, "विंबलडन हमेशा डजोकविच का ‘स्पेशल’ टॉर्नामेंट रहा है, पर अब उन्हें अपनी खेल शैली को नवाचार के साथ जोड़ना होगा, नहीं तो युवा खिलाड़ियों की तेज़ी उन्हें पछाड़ ही देगी।"

डजोकविच के लिए आगे क्या?
आगे के बड़े टूर्नामेंट—ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, यूएस ओपन—में डजोकविच को फिर से शीर्ष पर पहुंचने के लिए अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करनी होगी। उनके कोचिंग टीम ने कहा कि अगले महीनों में उनका फोकस "शारीरिक पुनरुद्धार और मानसिक दृढ़ता" पर रहेगा। अगर वह 25वें ग्रैंड स्लेम को नहीं पा पाए, तो यह टेनिस इतिहास में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण मोड़ रहेगा, जहां एक महान खिलाड़ी नया रिकॉर्ड पाने से दूर हो जाता है।
समाप्ति के विचार
डजोकविच की विंबलडन 2025 की यात्रा शायद उनके करियर की सबसे बड़ी दुविधा रही—इतनी बड़ी उपलब्धि के बाद भी उनका अगला कदम अभी भी अनिश्चित है। लेकिन एक बात स्पष्ट है: टेनिस इतिहास हमेशा उनके नाम से चमकेगा, चाहे वह 25वें ग्रैंड स्लेम तक पहुंचें या नहीं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
डजोकविच की विंबलडन हार क्या उनके ग्रैंड स्लेम लक्ष्य को खत्म कर देती है?
हैर नहीं, लेकिन यह उनके 25वें ग्रैंड स्लेम के सपने को काफी कठिन बना देती है। डजोकविच अब भी यूएस ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन या फ्रेंच ओपन में मौका पा सकते हैं, पर उम्र और युवा प्रतिस्पर्धियों का दबदबा उन्हें तुरंत जीत की गारंटी नहीं देता।
जैनिक सिंनर का डजोकविच के खिलाफ रिकॉर्ड क्या है?
सिनर ने अब तक डजोकविच के खिलाफ लगातार पाँच मैच जीते हैं, जिनमें विंबलडन 2025 का सेमीफ़ाइनल भी शामिल है। उनका स्पष्ट खेल शैली और शारीरिक फिटनेस उन्हें इस दौर में एक बढ़त देता है।
क्या डजोकविच ऊँची उम्र में भी ग्रैंड स्लेम जीत सकते हैं?
इतिहास में केन रॉज़वॉल ने 37 साल की उम्र में ग्रैंड स्लेम जीत रखा है, और फ़ेडरर व नडाल ने 36 साल की उम्र में अपने आखिरी बड़े खिताब पाए। इसलिए संभव है, पर यह अत्यधिक मुश्किल है और उसके लिए शारीरिक व मानसिक दोनों तरह की असाधारण तैयारी चाहिए।
डजोकविच के भविष्य के संभावित प्रतिस्पर्धी कौन हैं?
वर्तमान में जैनिक सिंनर और कार्लोस अल्काराज़ सबसे बड़ा चुनौती बनकर उभरे हैं। उनके अलावा युवा सितारे जैसे कोलिन जाफ़ी और थॉमस फेरेक्स भी तेज़ी से शीर्ष रैंकिंग में पहुंच रहे हैं, जिससे डजोकविच के लिए प्रतियोगिता और तीव्र हो गई है।
विंबलडन 2025 में डजोकविच की चोट का क्या असर था?
पिछले राउंड में गिरने के बाद डजोकविच की गति में हल्की कमी आई, जिससे उन्होंने कोर्ट पर अपने कई फॉर्म शॉट्स नहीं खेल पाए। विशेषज्ञों ने कहा, यह छोटी चोट ही नहीं, बल्कि उम्र के साथ धीरे‑धीरे घटती फुर्ती का प्रतीक थी।
Mayank Mishra
अक्तूबर 6, 2025 AT 01:06डजोकविच की उम्र ने सबको चकित कर दिया है, लेकिन उनका अनुभव अभी भी कर्ट में चमकता है। 38 साल की उम्र में भी वो ग्रास पर अपनी काबिलियत साबित कर रहे हैं। उनका खेल शैली अब भी युवा खिलाड़ियों को भी अचंभित करता है। बेशक, चोटों और थकावट की चुनौती है, पर उनका मनोबल कम नहीं होता। आशा है कि वह अगली सीजन में फिर से अपने शिखर पर पहुंचेंगे।
Arjun Dode
अक्तूबर 6, 2025 AT 03:53सिंनर ने वाकई में डजोकविच को काबू कर लिया।
santhosh san
अक्तूबर 6, 2025 AT 06:40डजोकविच का खेल हमेशा से ही क्लासिक रहा है, पर अब उम्र का असर स्पष्ट है। उनकी उंगलियों की चमक कम हो रही है, लेकिन दिमाग अभी भी तेज़ है। इस सेमीफ़ाइनल में उनका गिरना थोड़ा सतही था, पर बड़े खेल में यही बताया जाता है। फिर भी, कई लोग अभी भी उनके महान पलों को याद करेंगे।