इजरायली हवाई हमलों में लेबनान में 492 लोगों की मौत, हालात चिंताजनक
सित॰, 24 2024इजरायली हवाई हमलों में लेबनान में 492 लोगों की मौत
इजरायली हवाई हमलों ने लेबनान के दक्षिणी और बेक्का घाटी क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने बताया कि इन हमलों में अब तक कम से कम 492 लोग मारे गए हैं और 1,024 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस समय Lebanese स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर भारी दबाव है और अस्पतालों में जगह की कमी है।
हिज़बुल्लाह ठिकानों को निशाना
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) के प्रवक्ता Rear Admiral Daniel Hagari ने जानकारी दी कि यह हमले हिज़बुल्लाह के आतंकी गतिविधियों की प्रतिक्रिया में किए गए हैं। IDF ने पुष्टि की कि उन्होंने हिज़बुल्लाह से जुड़े लगभग 800 ठिकानों को निशाना बनाया है। यह हमले जैसे-जैसे तेज़ होते जा रहे हैं, वहां के जनजीवन पर इसका भारी प्रभाव पड़ रहा है।
निर्दोष नागरिकों पर कहर
इस संघर्ष का सबसे बड़ा खामियाजा निर्दोष नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। Lebanon के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मरने वालों में 21 बच्चे और 31 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा हजारों परिवार अपने घरों से बेघर हो गए हैं और सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।
स्थिति और बिगड़ने का खतरा
युद्ध की इस बढ़ती धमक के कारण बहुत से नागरिक दक्षिणी शहरों जैसे Tyre और Sidon से पलायन करने को मजबूर हैं। लोगों में भय का माहौल है और रोज़मर्रा की ज़िंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। संकट की गहराई इस हद तक पहुँच गई है कि लोगों को अपने बच्चों को स्कूल से निकालने की नौबत आ गई है।
संयुक्त राष्ट्र की चिंता
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस इस स्थिति से बेहद चिंतित हैं। उनका कहना है कि इस संघर्ष का बढ़ता स्तर लेबनान को एक और गाजा बना सकता है। यह युद्ध न केवल Lebanon बल्कि पूरे मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है।
हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया
हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया भी कम नहीं है। संगठन ने उत्तरी इजरायल पर कई रॉकेट दागे, जिससे कम से कम एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हिज़बुल्लाह ने घोषणा की है कि वे अपने हमले तब तक जारी रखेंगे जब तक गाजा में संघर्ष विराम नहीं होता।
लेबनान में भारी क्षति
इस संघर्ष ने लेबनान में भारी मानवता और संपत्ति की क्षति की है। यहां के जिन नागरिकों के पास सुरक्षित स्थान नहीं है, वे बेहद खौफ में हैं। सूचना मंत्री ज़ियाद मकरी ने अपनी गैरसहयोगी पद्धति का दावा किया है और कहा कि यह 'एक मनोवैज्ञानिक युद्ध' है। प्रधान मंत्री नजीब मिकाती ने इस संघर्ष को 'लेबनान पर सर्वनाश' करार दिया है और कहा कि सरकार प्रयासरत है कि इस नई इजरायली संघर्ष को रोका जाए।
निष्कर्ष
स्थिति अत्यंत गंभीर है और जल्द से जल्द समाधान की आवश्यकता है। संघर्ष जारी रहने से और अधिक जान-माल की हानि की संभावना है।