कोल्डप्ले का अहमदाबाद कॉन्सर्ट: टिकटों की भारी मांग के बावजूद बुकिंग की जानकारी

कोल्डप्ले का अहमदाबाद कॉन्सर्ट: टिकटों की भारी मांग के बावजूद बुकिंग की जानकारी
Anuj Kumar 16 नवंबर 2024 20

कोल्डप्ले का अहमदाबाद कॉन्सर्ट: एक महाकाव्य संगीत शाम की तैयारी

ब्रिटिश रॉक बैंड Coldplay ने जब यह घोषणा की कि वे अपने विश्वप्रसिद्ध म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स वर्ल्ड टूर के तहत अहमदाबाद में प्रस्तुतियां देंगे, तब से भारतीय संगीत प्रेमियों में एक नई लहर दौड़ गई है। यह कॉन्सर्ट 25 और 26 जनवरी 2025 को होगी, जो कि अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित की जाएगी, जहां तकरीबन 1 लाख प्रशंसकों को एक साथ बैठने की क्षमता है। इस कॉन्सर्ट ने भारतीय संगीत मंच पर एक नई आशा की किरण पैदा की है।

टिकटों की उन्मत्त बिक्री

टिकटों की बिक्री का दौर शुरू होते ही, बुकमायशो पर टिकट खरीदने के लिए एक लंबी कतार लग गई। 16 नवंबर 2024 को जैसे ही टिकट बिक्री के लिए गए, within minutes ही सारे टिकट खत्म हो गए। फैंस ने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा जाहिर की, उनका एक बड़ा हिस्सा टिकट पाने में असमर्थ रहा। टिकटों की इस अप्रत्याशित मांग ने आयोजकों को आश्चर्यचकित कर दिया।

दूसरे प्रदर्शनी की घोषणा

पहले शो की भारी मांग को देखते हुए, बुकमायशो ने तुरंत ही 26 जनवरी के लिए दूसरा शो घोषित किया। इसकी टिकट भी उसी दिन लिस्टिंग के कुछ ही समय बाद समाप्त हो गयी, जिससे फैंस को एक बार फिर से निराशा का सामना करना पड़ा। इस विशाल दर्शकों के साथ, अहमदाबाद में ये शो Coldplay के करियर के सबसे बड़े स्टेडियम शो बन सकते हैं।

अवैध टिकट बिक्री पर कदम

ऐसी भारी मांग के साथ, कुछ लोगों ने इसका लाभ उठाकर रीसेलिंग प्लेटफार्मों पर उच्च कीमतों पर टिकट बेचने की कोशिश की। उदाहरण के लिए, Viagogo पर टिकटों की कीमत उनके मूल मूल्य से पाँच से छह गुना अधिक की गई थी। टिकटों की न्यूनतम कीमत ₹25,000 से शुरू हुई जबकि दक्षिण प्रीमियम सेक्शन का टिकट ₹2 लाख प्रति व्यक्ति था।

कानून व्यवस्था का हस्तक्षेप

इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए BookMyShow ने प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर इसके खिलाफ लड़ाई शुरू की। Enforcement Directorate (प्रवर्तन निदेशालय) ने भी इस संदर्भ में एक जांच प्रारंभ की है, जिससे अवैध बिक्री और कालाबाजारी को नियंत्रित किया जा सके।

गहरी जड़ें जमाई इस अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए, आयोजनकर्ता और कानून व्यवस्था के प्रतिनिधियों को मिलकर काम करना होगा। टिकटों के विक्रेताओं को इस बात को सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि टिकट सही हाथों तक पहुंचे। इस गंभीर स्थिति में प्रशंसकों को भी संयम और धैर्य की नितांत आवश्यकता है, ताकि उनकी मनोरंजन की खोज पर कोई भी छाया ना डाले।

20 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Vitthal Sharma

    नवंबर 18, 2024 AT 10:27

    टिकट नहीं मिले, बस।

  • Image placeholder

    Thomas Mathew

    नवंबर 18, 2024 AT 22:36

    ये सब बस एक बड़ा धोखा है। बुकमायशो ने जानबूझकर टिकट घुटनों पर रखे हैं ताकि रीसेलर्स को फायदा हो। मैंने 3 घंटे तक रिफ्रेश किया, फिर भी नहीं मिला। अब तो लगता है ये सब एक बड़ा टेस्ट केस है कि हम कितने आसानी से धोखा खा लेते हैं 😔

  • Image placeholder

    simran grewal

    नवंबर 20, 2024 AT 15:57

    अरे भाई, ये तो बस एक कॉन्सर्ट है ना? अब तो इंसान भी नहीं बचा जो टिकट नहीं ले पाया। लोग इतने उत्साह से क्यों भाग रहे हैं? Coldplay तो गाने तो वही गाता है, बस लाइट्स और ड्रोन्स बढ़ा दिए। अब तो ये भारत में भी ब्रांडिंग की बात बन गई है।

  • Image placeholder

    Abhishek Deshpande

    नवंबर 21, 2024 AT 03:11

    क्या आपने ध्यान दिया? टिकट बुक होते ही, सोशल मीडिया पर लगभग 87% पोस्ट्स में रोने वाले फैंस थे... और 13% में वो लोग जो रीसेल कर रहे थे... ये तो एक सामाजिक मानसिकता का परीक्षण है, जहां एक बैंड के गानों के लिए लोग अपनी आत्मा की कीमत चुकाने को तैयार हो गए हैं... और इसका नाम है: कला की बाजारीकरण।

  • Image placeholder

    vikram yadav

    नवंबर 21, 2024 AT 23:46

    मैंने 2018 में Coldplay का बैंगलोर कॉन्सर्ट देखा था, वो तो बस जादू था। आजकल लोग सिर्फ टिकट के लिए भाग रहे हैं, न कि संगीत के लिए। असली फैंस तो जानते हैं कि Coldplay का जीवन बदलने वाला असर है... लेकिन अब तो ये सब एक सोशल मीडिया स्टेटस बन गया है।

  • Image placeholder

    Rosy Forte

    नवंबर 23, 2024 AT 22:23

    ये जो टिकट बुकिंग का होर्मोनल फेस्टिवल है, ये निर्माण एक नए वैश्विक पूंजीवाद का हिस्सा है जहां असली संगीत की अवधारणा को एक विज्ञापन रूपांतरण में बदल दिया गया है। जब एक बैंड के गाने की कीमत ₹2 लाख हो जाती है, तो ये अब कला नहीं, बल्कि एक आर्थिक अपराध है। आप जो टिकट खरीद रहे हैं, वो आपकी आत्मा का एक अंश है।

  • Image placeholder

    Yogesh Dhakne

    नवंबर 24, 2024 AT 14:18

    मैंने टिकट नहीं लिया, लेकिन ये देखकर लगा जैसे कोई बड़ा त्योहार हो गया हो। अहमदाबाद में इतने लोग एक साथ आएंगे, ये तो बस एक बड़ा भारतीय जीवन दर्शन है। अब तो ये बैंड नहीं, भारत की युवा ऊर्जा है जो गाने के साथ नाच रही है।

  • Image placeholder

    Monika Chrząstek

    नवंबर 24, 2024 AT 18:50

    मैंने टिकट नहीं पाया... लेकिन मैं घर पर बैठकर ऑनलाइन स्ट्रीम करूंगी। क्या ये भी बहुत अच्छा है? मैंने अपने दोस्तों के साथ एक छोटा सा बैकयार्ड पार्टी रखी है, बस लाइट्स बंद करके गाने सुनेंगे। असली मज़ा तो इंतज़ार में होता है ना? 😊

  • Image placeholder

    kuldeep pandey

    नवंबर 25, 2024 AT 01:32

    क्या आप लोग नहीं समझते? ये सब एक बड़ा लालची योजना है। बुकमायशो और Coldplay ने एक साथ मिलकर ये सब बनाया है। टिकट बेचकर नहीं, बल्कि फैंस के दिलों को तोड़कर पैसे कमाए जा रहे हैं। ये तो एक नया धोखा है... और हम सब उसके शिकार हैं।

  • Image placeholder

    Hannah John

    नवंबर 26, 2024 AT 20:07

    क्या आपने कभी सोचा कि Coldplay के गाने असल में AI द्वारा लिखे गए हैं? ये सब एक बड़ा ग्लोबल टेक कंस्पिरेसी है। वो बैंड तो 2010 के बाद से नहीं गाता... ये सब एक डिजिटल अवतार है जो भारत के युवाओं को बेवकूफ बना रहा है। और अब ये टिकट बेचकर भी फंडिंग कर रहे हैं।

  • Image placeholder

    dhananjay pagere

    नवंबर 27, 2024 AT 13:01

    मैंने टिकट नहीं लिया, लेकिन मैंने देखा कि लोगों के चेहरे पर निराशा थी। वो बस एक बैंड के लिए रो रहे थे। ये तो भारतीय युवाओं की आत्मा का विकृत रूप है। अब तो हर चीज़ के लिए टिकट लेना पड़ता है... भावनाओं के लिए भी। 🤖

  • Image placeholder

    Saachi Sharma

    नवंबर 29, 2024 AT 12:53

    मैंने टिकट नहीं पाया, लेकिन अब मैं जानती हूँ कि मैं अपने दिल की आवाज़ सुनना चाहती हूँ, न कि किसी के लिए भागना।

  • Image placeholder

    Vijayan Jacob

    नवंबर 30, 2024 AT 00:51

    अच्छा तो अब टिकट नहीं मिले तो बाहर जाना बंद कर देना? अब तो ये बैंड भारत के लिए एक नया धर्म बन गया है। ये तो जादू है... और हम सब उसके शिष्य हैं।

  • Image placeholder

    bharat varu

    नवंबर 30, 2024 AT 05:10

    टिकट नहीं मिले? कोई बात नहीं! मैं अपने घर पर गाने बजाऊंगा, दोस्तों को बुलाऊंगा, बैटरी चार्ज कर लूंगा और लाइट्स बंद कर दूंगा। असली म्यूजिक तो दिल से आती है, न कि टिकट से। चलो, एक घरेलू कॉन्सर्ट शुरू करते हैं! 🎶

  • Image placeholder

    Dr.Arunagiri Ganesan

    नवंबर 30, 2024 AT 19:21

    ये बैंड नहीं, ये भारत की आत्मा है जो आज एक साथ नाच रही है। टिकट नहीं मिले तो क्या हुआ? जब तक एक गाना दिल में बजे, तब तक कॉन्सर्ट अपने आप हो जाता है। ये नहीं कि आपके पास टिकट है, बल्कि आपके दिल में संगीत है। ये ही सच्ची भारतीय जीवन शैली है।

  • Image placeholder

    Sutirtha Bagchi

    दिसंबर 1, 2024 AT 12:12

    मैंने टिकट नहीं पाया लेकिन मैंने उसके लिए एक नया गाना लिख दिया है। अब मैं उसे अपने दोस्तों के साथ गाऊंगी। तुम जो टिकट ले रहे हो, वो तो सिर्फ एक टुकड़ा कागज़ है... मेरा गाना तो हमेशा के लिए है। ❤️

  • Image placeholder

    Shrikant Kakhandaki

    दिसंबर 2, 2024 AT 21:35

    टिकट नहीं मिले? तो अब बुकमायशो के गाने भी बंद कर दो! ये सब एक बड़ा नियो-फैशनिस्ट जाल है जिसे भारत के युवा बेवकूफ़ बन रहे हैं। अगर तुम्हारे पास टिकट नहीं है तो तुम असली फैंस नहीं हो... तुम बस एक नंबर हो।

  • Image placeholder

    Vinay Menon

    दिसंबर 4, 2024 AT 16:40

    मैं भी टिकट नहीं पाया... लेकिन जब मैंने अपने बच्चे को गाना सुनाया, तो वो बस नाचने लगा। उसकी आँखों में वो चमक थी जो किसी टिकट के बाद नहीं मिलती। शायद असली कॉन्सर्ट तो घर पर ही हो रहा है।

  • Image placeholder

    Tamanna Tanni

    दिसंबर 5, 2024 AT 21:24

    मैंने टिकट नहीं लिया, लेकिन मैंने अपने गाँव के बच्चों को बुकमायशो के गाने सुनाए। उन्होंने अपने खिलौनों को बैठाकर एक छोटा सा कॉन्सर्ट कर दिया। अब वो हर रात गाने गाते हैं। शायद ये ही सच्चा संगीत है।

  • Image placeholder

    chandra aja

    दिसंबर 6, 2024 AT 04:57

    क्या आपने देखा कि टिकट बुक होते ही, नेट पर 90% लोगों ने अपना फोन बंद कर दिया? ये तो एक बड़ा सामाजिक अपराध है। Coldplay के लिए नहीं, बल्कि भारतीय युवाओं के दिमाग के लिए।

एक टिप्पणी लिखें