भारतीय संसद के हालिया घटनाक्रम
क्या आपको पता है कि पिछले हफ्ते लोकसभा में कौन‑से बिल पर बहस छिड़ी? या राज्य सभा में किस मुद्दे ने सभी का ध्यान खींचा? यहाँ हम सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली खबरें, प्रमुख सवाल और सरकार की नई पहल को आसान भाषा में समझाते हैं।
मुख्य समाचार – संसद में क्या चल रहा है?
लोकसभा में इस महीने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बिल पर तीखी बहस हुई। कई सांसदों ने कहा कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान की भागीदारी बढ़ाएगी, जबकि विपक्षी दल इसे चुनावी दांव समझकर आलोचना कर रहा है। इसी दौरान राजनैतिक विश्लेषकों ने बताया कि इस तरह के बिल अक्सर चुनाव से पहले सामने आते हैं ताकि वोटर बेस को जोड़ा जा सके।
राज्य सभा में हाल ही में डिजिटल शिक्षा योजना पर चर्चा हुई। डिजिटल कक्षा और ऑनलाइन सीखने के लिए सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये का बजट रखा है। कई सांसदों ने इस पहल की सराहना की, लेकिन कुछ ने कहा कि बुनियादी ढाँचे की कमी के कारण ग्रामीण स्कूलों में असली असर नहीं दिखेगा।
संसद में प्रमुख व्यक्तियों की बातें
तेज प्रताप यादव का हालिया बयान अब भी चर्चा में है। उन्होंने आरजेडी के अंदर नए मोर्चे बनाने और गठबंधन को फिर से परिभाषित करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर तीखा हमला किया, कहा कि यह सिर्फ चुनावी रणनीति है। ऐसे बयान अक्सर संसद के बाहर मीडिया सत्रों में आते हैं, लेकिन उनका असर बहस के स्वरूप को बदल देता है।
इसी तरह, कई वरिष्ठ सांसदों ने महिला सुरक्षा और बाल मजदूरी जैसे सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने सुझाव दिया कि पार्लमेंटरी कमिटियों को अधिक अधिकार मिलने चाहिए ताकि वे सीधे नीतियों में बदलाव ला सकें। यह बात आम लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सरकारी योजनाओं का फॉलो‑अप तेज़ होता है।
अगर आप संसद की बैठकों को लाइव देखना चाहते हैं, तो संस्कार उपवन समाचार पर रियल‑टाइम स्ट्रीमिंग उपलब्ध है। यहाँ आपको सिर्फ वीडियो नहीं, बल्कि प्रत्येक चर्चा का संक्षिप्त सार भी मिलेगा, जिससे आप जल्दी समझ सकें कि किस मुद्दे ने राजनीति को हिलाया।
संसद के कामकाज में अक्सर जटिल शब्द और कानूनी भाषा आती है। हम इसे सरल बनाते हैं: जब कोई बिल पास होता है तो वह कानून बन जाता है, और जब संसद प्रश्न सत्र होते हैं तो सांसद सीधे सरकार से सवाल पूछते हैं। ये दोनों प्रक्रियाएँ लोकतंत्र की रीढ़ हैं—एक नई नीतियों का निर्माण करती हैं, दूसरी सरकारी कार्यवाही को जांचती हैं।
अगले कुछ हफ़्तों में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ और ‘ऊर्जा नीति’ पर भी विशेष सत्र होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इन विषयों पर बहस से देश की दीर्घकालिक रणनीति तय होगी। यदि आप इन मुद्दों को समझना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर गहन विश्लेषण पढ़ सकते हैं, जहाँ प्रत्येक बिंदु का विस्तार से विवरण है।
संक्षेप में, भारतीय संसद हर दिन नई खबरें देती रहती है—बिल पास होते हैं, सवाल‑जवाब होते हैं और राजनैतिक गठबंधन बदलते रहते हैं। हम इस टैग पेज पर सभी प्रमुख समाचारों को एक जगह इकट्ठा करते हैं ताकि आप बिना समय बर्बाद किए, सीधे जानकारी ले सकें। पढ़ते रहिए, समझते रहिए, और अपने अधिकारों के बारे में जागरूक रहें।

के. सुरेश ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए नामांकन भरा, INDIA और NDA में सहमति नहीं
भारतीय संसद के निचले सदन, लोकसभा के स्पीकर पद के लिए पहली बार चुनाव होने जा रहा है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष में सहमति नहीं बन पाई है। चुनाव 26 जून को होना है। के सुरेश ने INDIA ब्लॉक की ओर से नामांकन किया है। विपक्ष ने भाजपा पर उनके साथ इस पद पर चर्चा न करने का आरोप लगाया है। जबकि परंपरागत रूप से लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर आम सहमति से चुने जाते हैं।
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