हेमंत सोरेन – झारखंड की राजनीति में क्या चल रहा है?
अगर आप झारखंड से जुड़े हैं या भारत की राजनैतिक खबरें देखते‑देखते थक चुके हैं, तो हेमंत सोरेन का नाम शायद आपके कानों में अक्सर आया होगा। इस पेज पर हम उनके बारे में आसान भाषा में बात करेंगे – कब उठे, क्या किया और अब कौन‑से मुद्दे सामने हैं.
सोरेन की शुरुआती राजनीति और मुख्यमंत्री बनना
हेमंत सोरेन का जन्म ३ मार्च १९७० को रांची में हुआ था। वे कांग्रेस के बुनियादी स्तर से ही जुड़ गए, फिर २००५ में उन्होंने अपना पहला विधानसभा सीट जीत ली। २०१८ में झारखंड की सरकार बनाते‑बनाते वह वित्त मंत्री बने और दो साल बाद १५ जुलाई २०२४ को मुख्यमंत्री नियुक्त हुए। इस दौरान उन्होंने जल सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर कई योजनाएं लागू कराईं.
हालिया खबरें – क्या नया है?
पिछले कुछ हफ्तों में सोरेन ने कई अहम फैसले लिए हैं। पहले उन्होंने "वोटर अधिकार यात्रा" को फिर से शुरू किया, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता पर जोर दिया गया। दूसरा, उन्होंने राज्य के बड़े जल प्रोजेक्ट को तेज़ करने का आदेश दिया ताकि पीने‑पीने वाले पानी की कमी खत्म हो सके। साथ ही, झारखंड ने नई डिजिटल पहल शुरू कराई है जिससे छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर बेचने में मदद मिल रही है.
इन खबरों के अलावा सोरेन अक्सर राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने विचार साझा करते हैं। हालिया इंटरव्यू में उन्होंने भारत‑चीन सीमा मुद्दे पर अपनी राय बतायी और कहा कि शांतिपूर्ण समाधान ही सबसे बेहतर है. यह बात उनके अनुयायियों को काफी पसंद आई.
अगर आप उनका सोशल मीडिया फ़ॉलो कर रहे हैं, तो आपको पता चलेगा कि वह अक्सर किसानों के समस्याओं को लेकर पोस्ट करते हैं। उन्होंने हालिया किसान आंदोलन में मध्यस्थता करने की पेशकश भी की थी, जिससे कई लोगों ने उनके प्रति भरोसा जताया.
राजनीति के साथ ही सोरेन पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान दे रहे हैं। राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में वन संरक्षण योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने नई नीतियां लागू कीं। इन कदमों से स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों को फायदा हो रहा है.
समझे कि हेमंत सोरेन का हर फैसला सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि जनता के जीवन पर असर डालता है। इसलिए इस पेज पर हम लगातार अपडेट रखेंगे – चाहे वह नई योजना की घोषणा हो या किसी विवाद की रिपोर्ट. आप यहाँ से जल्दी‑जल्दी जानकारी ले सकते हैं और अपने सवाल भी पूछ सकते हैं.
अंत में एक बात याद रखें: राजनीति जटिल लग सकती है, लेकिन जब हम इसे आसान भाषा में समझें तो सब कुछ साफ़ दिखता है। हेमंत सोरेन की खबरों को फॉलो करके आप न सिर्फ झारखंड बल्कि राष्ट्रीय राजनीति का भी बेहतर अंदाज़ा लगा पाएंगे.

हेमंत सोरेन बने रहेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, विधायकों की सहमति से हुआ फैसला
हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से वापसी करने जा रहे हैं। जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायकों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है। यह फैसला मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आवास पर हुई बैठक में लिया गया, जहां नेताओं और विधायकों ने हेमंत सोरेन को जेएमएम विधायक दल का नेता चुना।
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