India-UK ट्रेड डील: क्या बदल रहा है?
भारत और यूनाइटेड किंगडम ने पिछले साल कई बड़े समझौते किए हैं। इन डीलों से दोनों देशों के व्यापार में नई दिशा मिली है। अब तकनीक, स्वास्थ्य, ऊर्जा और डिजिटल सेवाओं में सहयोग आसान हो गया है। अगर आप एक उद्यमी या आयात‑निर्यात व्यापारी हैं तो ये बदलाव आपके लिए बड़ा मौका बन सकते हैं। चलिए देखते हैं किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है और कैसे तैयार होना चाहिए।
मुख्य समझौतों का सार
सबसे पहला बड़ा कदम Service Trade Agreement (STA) था, जिससे दोनों देशों के सेवा क्षेत्र में टैरिफ़ हटे या कम हुए। इससे भारतीय आईटी कंपनियों को यूके के बड़े प्रोजेक्ट्स मिलेंगे और ब्रिटिश फाइनेंशियल सर्विसेज़ को भारत की बड़ी मार्केट तक पहुँच आसान होगी। दूसरा, Renewable Energy Cooperation MoU ने सौर‑और पवन ऊर्जा में संयुक्त परियोजनाओं का रास्ता खोला है। इसके तहत दोनो देश एक दूसरे के तकनीकी स्टाफ को ट्रेनिंग देंगे और वित्तीय मदद भी उपलब्ध कराएंगे। तीसरा, Defense Technology Transfer समझौता है जो हवाई, नौसेना और साइबर सुरक्षा उपकरणों में सहयोग बढ़ाता है। ये सभी डीलें सिर्फ काग़ज़ पर नहीं, बल्कि वास्तविक व्यापारिक अवसर बन रही हैं।
व्यापारियों के लिए उपयोगी टिप्स
अगर आप भारत‑यूके ट्रेड में कदम रखना चाहते हैं तो पहले अपने उत्पाद या सेवा को मानकीकृत करें। दोनों देशों की गुणवत्ता मानकों का पालन करना जरूरी है, खासकर खाद्य और फ़ार्मास्यूटिकल सेक्टर में। दूसरा, UK के स्थानीय एजेंट या डिस्ट्रिब्यूटर ढूँढें जो बाजार समझते हों; इससे लॉजिस्टिक्स और कस्टम क्लियरेंस आसान होगी। तीसरा, वित्तीय समर्थन देखें – दोनों सरकारें SME‑सहायता फंड और एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी प्रदान करती हैं। इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट या व्यापार मिशन से संपर्क कर सकते हैं। अंत में, निरंतर अपडेट रहें; ट्रेड नियम हर महीने बदलते रहते हैं, इसलिए नियमित रूप से समाचार और सरकारी बुलेटिन पढ़ें।
समग्र रूप से देखें तो India-UK ट्रेड डील भारत के लिए एक बड़ा ब्रेकथ्रू है। यह न केवल वस्तु‑व्यापार बल्कि सेवाओं, तकनीक और निवेश में नई राहें खोलता है। सही योजना और तैयारियों से आप इस अवसर को अपनी कंपनी की वृद्धि में बदल सकते हैं। याद रखें, सफल व्यापार का मूल मंत्र है – सही जानकारी, सही साझेदार और समय पर कार्रवाई।

India-UK Trade Deal 2025: बड़े फायदे, कम होंगे टैक्स, खुलेगा बाजार
भारत और ब्रिटेन ने 6 मई 2025 को ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर मुहर लगा दी। इसमें 25.5 अरब पाउंड की सालाना व्यापार वृद्धि, जीडीपी और वेतन बढ़ोतरी जैसे बड़े फायदे शामिल हैं। व्हिस्की, कोल्ड ड्रिंक, मटन और लग्जरी कारों पर भारी टैक्स कटौती की गई है। समझौते के लागू होने के बाद दोनों देशों के बाजार एक-दूसरे के लिए खुलेंगे।
और देखें