Nifty 50 – भारत के प्रमुख शेयर सूचकांक का परिचय

When you hear Nifty, इंडिया नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सबसे बड़े 50 कंपनियों को दर्शाने वाला सूचकांक है. Also known as निफ़्टी 50, it serves as बाजार की दिशा बताने वाला प्रमुख बेंचमार्क। साथ ही NSE, भारत का प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म और बैंक निफ्टी, बैंकिंग सेक्टर के 12 शीर्ष बैंकों का सूचकांक अक्सर Nifty के साथ मिलकर निवेशकों को सिग्नल देते हैं। छोटा‑मध्यम कंपनियों के लिए सेंसेस, सेना, ऊर्जा, रसायन आदि क्षेत्रों की 30 कंपनियों का इंडेक्स भी Nifty से अलग लेकिन संबंधित ट्रेंड दिखाता है।

Nifty के मुख्य गुणों में वज़न‑आधारित गणना, त्रैमासिक समीक्षा और डेटा की वास्तविक‑समय पहुंच शामिल हैं। इसका मूल्य हर ट्रेडिंग सत्र में ब्रोकर प्लेटफ़ॉर्म या वित्तीय ऐप्स के माध्यम से देख सकते हैं, इसलिए फंड मैनेजर्स और रिटेल निवेशकों दोनों को इसपर भरोसा है। उदाहरण के लिए, पिछले साल Nifty ने 15 % की वृद्धि दर्ज की, जबकि बैंक निफ्टी ने 12 % और सेंसेस ने 9 % बढ़त हासिल की। ये आँकड़े दिखाते हैं कि बड़े‑कैप, बैंकिंग और छोटे‑कैप सेगमेंट के बीच कसकर संबंध (correlation) है, यानी जब Nifty ऊपर जाता है तो अक्सर बैंक निफ्टी और सेंसेस भी साथ‑साथ बढ़ते हैं।

क्या आप Nifty पर ट्रेड करना चाहते हैं?

ट्रेड शुरू करने से पहले आपको दो चीज़ें चाहिए – एक भरोसेमंद ब्रोकर और दूसरा सटीक बाजार डेटा। अधिकांश ब्रोकर मोबाइल ऐप में रीयल‑टाइम Nifty चार्ट, पिछले 5‑दिन, 1‑महीना और 1‑वर्ष की गति (momentum) दिखाते हैं। साथ ही, आर्थिक कैलेंडर में RBI की दरों के फैसले, कंपनी के क्वार्टरली रिज़ल्ट और वैश्विक सूचकांकों का असर Nifty के ऊपर पड़ता है। आप इस प्रभाव को समझने के लिए आज की प्रमुख खबरों—जैसे कि वित्तीय नीतियों, बाहरी आर्थिक तनाव या कंपनी के नए उत्पाद लॉन्च—के साथ मिलाकर देख सकते हैं। इस टैग पेज की नीचे दी गई सूची में आप Nifty से जुड़ी नवीनतम खबरें, विश्लेषण और बाजार सहभागिता के टिप्स पाएँगे।

आगे आप इन लेखों में Nifty के रोज़मर्रा के उतार‑चढ़ाव, विश्लेषण और निवेश रणनीतियों को विस्तार से पढ़ सकते हैं।

Sensex 174 अंक गिरा, Nifty 25,227 पर, US‑चीन टैरिफ चेतावनी के बाद
Anuj Kumar 14 अक्तूबर 2025 6

Sensex 174 अंक गिरा, Nifty 25,227 पर, US‑चीन टैरिफ चेतावनी के बाद

Sensex 174 अंक गिरा, Nifty 25,227 पर बंद, अमेरिकी‑चीन टैरिफ चेतावनी के बाद निवेशकों में सतर्कता बढ़ी, प्रमुख सेक्टरों में आईटी व FMCG में नुकसान।

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