पियुश गोयल: भारत के ऊर्जा मंत्री की पूरी कहानी

अगर आप भारत की ऊर्जा नीति या जलवायु बदलाव में रुचि रखते हैं, तो पियुश गोयल का नाम सुनते ही दिमाग में कई बड़े प्रोजेक्ट आते हैं। वह वर्तमान में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (पीएनजी) तथा नई एवं नवीकरणीय ऊर्जा के मंत्री हैं। उनका काम सिर्फ नीति बनाना नहीं, बल्कि उन नीतियों को जमीन पर उतारना भी है।

मुख्य पद और जिम्मेदारियाँ

पियुश ने 2014 में राष्ट्रीय विकास दल (एनडीटी) की टीम में शामिल होकर राजनैतिक सफ़र शुरू किया। 2019 के बाद उन्हें पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया, फिर 2021 में नई एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय मिला। इस दोहरे पोर्टफोलियो से उनका काम तेल, गैस, सौर और पवन शक्ति को संतुलित रूप से बढ़ाना है। वे अक्सर संसद में बिजली की कीमत घटाने या ईंधन आयात कम करने के उपाय पेश करते हैं।

उनकी प्रमुख जिम्मेदारियों में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य स्थिर रखना, देशभर में गैस पाइपलाइन विस्तार करना और सौर/पवन ऊर्जा क्षमता को 450 गीगावॉट तक पहुँचाना शामिल है। हर साल ये लक्ष्य तय होते हैं, फिर सरकार के विभिन्न विभाग मिलकर उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं।

हालिया पहल और भविष्य की योजना

2024 में पियुश ने "इंडियन गैस फ्रेमवर्क" लॉन्च किया, जिसमें घरेलू गैस कनेक्शन को 2027 तक 300 मिलियन घरों तक बढ़ाने का लक्ष्य है। इस योजना से न सिर्फ लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा, बल्कि आयात पर भी दबाव कम होगा।

नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उन्होंने "आइडियल सोलर पॉलिसी" को तेज किया। इसमें छोटे किसान और उद्यमियों को सौर प्लांट लगाने की आसानी के लिए सब्सिडी बढ़ाई गई है। 2025 तक भारत में सौर क्षमता 200 गीगावॉट से ऊपर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।

पियुश ने पेट्रोलियम कीमतों पर टैक्स घटाने की भी बात उठाई। उनका मानना है कि अगर सरकार खुदसुखा कर कम करे, तो कंज़्यूमर को सीधा फायदा मिलेगा। इस दिशा में उन्होंने कुछ राज्यों के साथ मिलकर वैट रेट कम करने का प्रस्ताव रखा था।

भविष्य की योजना में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाना प्रमुख है। पियुश ने कहा, "इंडिया को 2030 तक एक मिलियन ईवी चार्जर्स चाहिए"। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निजी कंपनियों को लाइसेंस आसान किया गया और फाइनैंशल इंसेंटिव्स बढ़ाए गए हैं।

उनकी नीतियाँ अक्सर विवादों से बचती नहीं हैं। कुछ उद्योग समूह पेट्रोलियम टैक्स में कमी की मांग करते हैं, जबकि पर्यावरण संगठनों को सौर ऊर्जा के लिए अधिक जमीन चाहिए। पियुश इन दोनों पक्षों को सुनते हुए संतुलन बनाने का प्रयास करते हैं।

अगर आप पियुश गोयल की नवीनतम ख़बरें या उनकी नीति अपडेट चाहते हैं, तो इस साइट पर नियमित रूप से देख सकते हैं। यहाँ आपको उनके भाषण, प्रेस कॉन्फ्रेंस और योजना के विवरण मिलेंगे—सब सरल भाषा में समझाया गया है।

संक्षेप में कहा जाए तो पियुश गोयल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने, कीमतें स्थिर रखने और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में कदम बढ़ाने पर केंद्रित हैं। उनकी नीतियों का असर रोज़मर्रा के जीवन से लेकर बड़े उद्योगों तक पड़ता है। इसलिए उनके काम को समझना हर भारतीय के लिए जरूरी है।

India-UK Trade Deal 2025: बड़े फायदे, कम होंगे टैक्स, खुलेगा बाजार
Anuj Kumar 7 मई 2025 0

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