राजद – राजनीति में क्या चल रहा है?
जब राजद, राष्ट्रवादी जन दल, बिहार‑उत्तरी भारत में सक्रिय एक प्रमुख राजनीतिक संगठन है. Also known as RJD, यह पार्टी 1997 में लाला प्रसाद यादव द्वारा स्थापित की गई थी और तब से सामाजिक न्याय, कृषि समर्थन और लघु उद्योगों पर फोकस रखती है.
राजद की शक्ति लाला प्रसाद यादव, भाषा, सामाजिक समानता और पिंडों को सशक्त बनाने वाले वरिष्ठ राजनेता के विचारों में निहित है। उनकी नीति‑निर्माण शैली ने पार्टी को किसानों और अनुसूचित वर्गों के बीच लोकप्रिय बना दिया। दूसरी ओर, तेजस्वी यादव, लालू के छोटे बेटे, जो युवा वोटर बेस को आकर्षित करने के लिए आधुनिक अभियान तकनीक अपनाते हैं ने पार्टी को नई दिशा दी। ये दो नेता एक-दूसरे से अलग‑अलग युग का प्रतिनिधित्व करते हैं, पर दोनों का लक्ष्य एक ही है – बिहार में राजनैतिक संतुलन को अपने पक्ष में करना।
राजद के प्रमुख पहलू और वर्तमान रुझान
राजद भारत की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी है, जो मुख्य रूप से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत समर्थन रखती है। इसका मुख्य आधार सामाजिक न्याय और आर्थिक सुधार पर आधारित नीतियों में निहित है। वर्तमान में, पार्टी ने गठबंधन बनाने की पहल की है, जिससे प्रदेश के विभिन्न सामाजिक वर्गों को एकजुट किया जा सके।राजद के लिए सबसे बड़ी चुनौती है राष्ट्रीय स्तर पर आवाज़ को बढ़ाना, जबकि राज्य स्तर पर निचले वर्गों के मुद्दों को सुलझाना।
राजद की रणनीति तीन स्तंभों पर टिकी है: 1) युवा नेता द्वारा डिजिटल अभियान, 2) रचना‑आधारित विकास योजनाएँ, 3) सामाजिक गठबंधन। इन स्तंभों की मदद से पार्टी ने पिछले चुनावों में लगातार सीटें जीतीं और अब अगले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी में लगी है। इसी दौरान, मीडिया में अक्सर यह चर्चा रहती है कि पार्टी के भीतर सत्ता का संतुलन कैसे बनता है – लाला प्रसाद यादव का कद और तेजस्वी यादव का आधुनिक मंच दोनों का मिश्रण ही राजद को अनोखा बनाता है।
राजद के प्रभाव को समझने के लिए हमें इसके आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को देखना पड़ेगा। आर्थिक रूप से, पार्टी कृषि सुधार, क़िसान लोन और क़ोको‑इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर देती है। सामाजिक रूप से, यह अनुसूचित जातियों और वर्गों के अधिकारों की रक्षा को प्राथमिकता देती है। सांस्कृतिक रूप से, राजद उत्तर भारत के लोकगीत, नृत्य और त्यौहारों के साथ गहरा जुड़ाव रखती है, जिससे जनता में भावनात्मक जुड़ाव उत्पन्न होता है।
इन सब पहलुओं को मिलाकर देखा जाए तो राजद केवल एक राजनीतिक लेबल नहीं, बल्कि एक विचारधारा है जो बिहार के विकास को नया मोड़ देने की कोशिश करती है। नीचे आप देखेंगे कई लेख – कुछ चुनावी रणनीति पर, कुछ नेताओं की प्रोफ़ाइल पर, और कुछ पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों की गहराई से जांच पर। यह संग्रह आपको राजद के वर्तमान परिदृश्य को समझने में मदद करेगा, चाहे आप एक छात्र हों, पत्रकार हों या सिर्फ राजनीतिक उत्साही। अब आइए, इन लेखों में डुबकी लगाते हैं और जानते हैं कि राजद के अगले कदम क्या हो सकते हैं।

लालू प्रसाद यादव ने भोजपुर के अगिआंव में लौंडा नाच का जलसा किया
लालू प्रसाद यादव ने 27 सितंबर 2025 को भोजपुर के अगिआंव में आयोजित लौंडा नाच और गोंड नृत्य समारोह में सहभागिता दर्ज की, जिससे गाँव में उत्सव की लहर दौड़ी.
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