तुंगभद्रा डैम – क्या है और क्यों खास?
अगर आप कर्नाटक या तेलंगाना के आसपास घूम रहे हैं, तो तुंगभद्रा डैम देखना मत भूलिए। यह बड़े पैमाने पर पानी का भंडारण करता है और कई शहरों को पीने का जल देता है। साथ ही इसका माहौल बहुत शांत है, इसलिए फ़ोटो खींचने वाले भी यहाँ खूब आते हैं।
तुंगभद्रा डैम की प्रमुख जानकारी
डैम टुंगभद्र नहर पर बना है और 1953 में पूरा हुआ था। इसकी ऊँचाई लगभग 52 मीटर और जलाशय क्षमता 30 करोड़ क्यूबिक मीटर है। मुख्य उद्देश्य कृषि के लिये सिंचाई पानी देना, बाढ़ नियंत्रण और पावर जनरेशन रहा है। आज‑कल यह डैम 400 MW की हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लांट भी चलाता है, जिससे कई गांवों को बिजली मिलती है।
डैम के आसपास कई गाँव हैं जो इस जल संसाधन पर निर्भर करते हैं। किसान यहाँ से मिलने वाले पानी से धान, मक्का और सब्जी उगाते हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था चलती है। यदि आप कृषि में रुचि रखते हैं तो डैम की सिंचाई प्रणाली देखना दिलचस्प रहेगा।
पर्यटन और विकास
तुंगभद्रा डैम सिर्फ एक इंजीनियरिंग काम नहीं, बल्कि एक बढ़िया पिकनिक स्पॉट भी है। यहाँ के बगीचे, झील किनारे की सैर और सूरज ढलते समय का दृश्य बहुत ही मनोहारी होता है। कई ट्रेकर्स सुबह जल्दी आकर बोट राइड करते हैं और शाम को सूर्यास्त देखते हुए कैंपिंग करते हैं।
डैम के पास छोटे‑छोटे होटल और होमस्टे भी हैं जहाँ आप किफायती दरों पर ठहर सकते हैं। स्थानीय भोजन, जैसे रागी रोटी और इडली, यहाँ का स्वाद अलग ही है। अगर आप बच्चों के साथ आएँ तो जल खेल और बर्ड वॉचिंग जैसी गतिविधियों को भी जोड़ सकते हैं।
सरकार ने हाल में डैम के आसपास सड़कों का सुधार किया है, जिससे पहुँच आसान हो गई है। भविष्य में यहाँ एक सूचना केंद्र बनाना योजना में है जहाँ पर्यटक सभी जानकारी मोबाइल ऐप या कियोस्क से ले सकेंगे। यह कदम पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय रोजगार भी पैदा करेगा।
सुरक्षा के लिहाज़ से डैम का नियमित निरीक्षण होता रहता है, इसलिए आप निश्चिंत होकर यहाँ आ सकते हैं। बारिश के मौसम में जल स्तर बढ़ सकता है, तो अगर आप मॉनसून में यात्रा कर रहे हैं तो मौसम पूर्वानुमान देखना बेहतर रहेगा।
संक्षेप में, तुंगभद्रा डैम पानी की जरूरतों को पूरा करता है, बिजली बनाता है और एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है। चाहे आप जल विज्ञान के छात्र हों या बस आरामदेह यात्रा चाहते हों, यहाँ का अनुभव आपके लिए उपयोगी रहेगा। अगली बार जब कर्नाटक में घूमें, तो इस जगह को अपनी लिस्ट में जोड़ें और प्रकृति की शांति का आनंद लें।

तुंगभद्रा डैम के गेट की चेन टूटने से अचानक 35,000 क्यूसेक पानी का बहाव; आंध्र प्रदेश सीएम चंद्रबाबू ने किया अधिकारियों को सतर्क
शनिवार रात 11 बजे कर्नाटक के तुंगभद्रा डैम के 19वें गेट की चेन टूटने से लगभग 35,000 क्यूसेक पानी का अचानक बहाव शुरू हो गया। इस घटना के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने अधिकारियों को सतर्क किया। डैम में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने को कहा है।
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