उपचुनाव 2024 परिणाम: व्यापक जानकारी और ताजा घटनाक्रम
आज 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम घोषित किए गए, जिनमें इंडिया गट ने 10 सीटों पर जीत हासिल की, भाजपा को मात्र 2 सीटें मिलीं और एक सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार ने बाजी मारी। इन उपचुनावों का आयोजन पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ। मतदान 10 जुलाई 2024 को सुबह 7 बजे से शुरू हुआ था और ये सीटें मौजूदा सदस्यों की मृत्यु या इस्तीफे के कारण खाली हुई थीं।
तमिलनाडु में विक्रावंडी सीट पर चुनावी सांख्यिकी
तमिलनाडु के विक्रावंडी विधानसभा क्षेत्र में मतदान काफी जोरदार रहा, जहाँ 1 बजे तक 50.95% वोटिंग हो चुकी थी। यह सीट DMK विधायक एन. पुगलेंथी की मृत्यु के बाद खाली हुई थी और यहाँ 29 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। DMK के उम्मीदवार अन्नयूर शिवा ने NDA घटक पट्टाली मक्कल काची के अंबुमणी सी को 67,757 वोटों के अंतर से हराया।
बिहार की रुपौली सीट की स्थिति
बिहार के रुपौली विधानसभा क्षेत्र में बारिश के कारण वोटिंग की गति थोड़ी धीमी रही। 1 बजे तक 39.36% वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस निर्वाचन क्षेत्र में स्वतंत्र उम्मीदवार शंकर सिंह ने JD(U) के कालाधर प्रसाद मंडल को 8,246 वोटों के अंतर से पराजित किया।
मध्य प्रदेश के अमरवाड़ा सीट की जानकारी
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर 1 बजे तक 51.98% वोटिंग हुई थी। यहाँ 332 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे, जो लगभग 2,57,000 मतदाताओं के लिए थे। भाजपा के कमलेश प्रताप शाह ने कांग्रेस के धीरान साह इंवाती को 3,027 वोटों के अंतर से हराया।
उत्तराखंड की बद्रीनाथ और मंगलाैर सीटों की जानकारी
उत्तराखंड में बद्रीनाथ और मंगलाैर विधानसभा सीटों पर शान्तिपूर्ण उपचुनाव हुए, जहाँ 1 बजे तक क्रमशः 33% और 43.88% मतदान हुआ। कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला ने बद्रीनाथ सीट पर भाजपा के राजेंद्र सिंह भंडारी को 5,224 वोटों के अंतर से हराया, जबकि मंगलाैर सीट पर कांग्रेस के काजी मो. निजामुद्दीन ने भाजपा के करतार सिंह भड़ाना को 422 वोटों के मामूली अंतर से हराया।
पंजाब के जलंधर पश्चिम सीट का परिणाम
पंजाब के जलंधर पश्चिम सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में 1 बजे तक 34.40% मतदान दर्ज हुआ। यहाँ AAP के मोहिंदर भगत ने BJP के शीतल अंगुराल को 37,325 वोटों के अंतर से हराया।
पश्चिम बंगाल की चार सीटों पर उपचुनाव
पश्चिम बंगाल के बागदा, रायगंज, मणिकतला और राणाघाट दक्षिण विधानसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। बागदा में 35.66%, रायगंज में 41.38%, मणिकतला में 33.37% और राणाघाट दक्षिण में 42.19% वोटिंग दर्ज हुई। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के उम्मीदवारों ने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की। रायगंज में कृष्ण कल्याणी ने भाजपा के मनस कुमार घोष को 50,077 वोटों के अंतर से हराया, राणाघाट दक्षिण में मुकुट नामी अधिकारी ने भाजपा के मनोज कुमार बिस्वास को 74,485 वोटों के अंतर से हराया, बागदा में मधुपर्णा ठाकुर ने भाजपा के बिनय कुमार बिस्वास को 74,251 वोटों के अंतर से पराजित किया और सुप्ति पांडे ने मणिकतला में भाजपा के कल्याण चौबे को 62,312 वोटों के अंतर से हराया।
हिमाचल प्रदेश की तीन सीटों पर उपचुनाव
हिमाचल प्रदेश के देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ विधानसभा सीटों पर भी शांति से वोटिंग हुई। नालागढ़ में सबसे ज्यादा 51.59% मतदान दर्ज किया गया। यहाँ के देहरा विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने भाजपा के होशियार सिंह को 9,399 वोटों से हराया, जबकि हमीरपुर सीट पर भाजपा के आशीष शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पिंदर वर्मा को 27,041 वोटों के मुकाबले 25,470 वोटों से हराया।
इन उपचुनावों के साथ, यह स्पष्ट हो गया है कि INDIA गट का प्रभाव बढ़ता जा रहा है और भाजपा को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की ज़रूरत है।
Atanu Pan
जुलाई 14, 2024 AT 12:48इंडिया गट की ये जीत बस एक उपचुनाव नहीं, बल्कि एक संकेत है कि लोग अब बोलने को तैयार हैं। भाजपा के लिए ये एक चेतावनी है कि अब बस ट्वीट और ट्रेंड्स से काम नहीं चलेगा।
Pankaj Sarin
जुलाई 14, 2024 AT 22:13Mahesh Chavda
जुलाई 16, 2024 AT 17:09इस नतीजे को देखकर लगता है कि लोगों ने अपने दिमाग का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल में तो तृणमूल की जीत ने एक अलग ही ताकत दिखाई। भाजपा की रणनीति अब बहुत पुरानी हो चुकी है।
Sakshi Mishra
जुलाई 18, 2024 AT 02:31क्या हमने कभी सोचा है, कि ये उपचुनाव केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि एक सामाजिक अंतर्निहित आवाज़ हैं? जहाँ एक ओर बारिश में भी लोग वोट करने आए, तो दूसरी ओर वोटों का अंतर बता रहा है कि लोग किस तरह के नेता चाहते हैं।
Radhakrishna Buddha
जुलाई 18, 2024 AT 22:36Govind Ghilothia
जुलाई 19, 2024 AT 23:40यह उपचुनाव परिणाम भारतीय लोकतंत्र की जीवंतता का एक अद्भुत प्रमाण है। विभिन्न राज्यों में विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और सामाजिक वातावरणों के बावजूद, मतदान की उच्च दर और निष्पक्ष परिणाम यह साबित करते हैं कि जनता की आवाज़ अभी भी सबसे महत्वपूर्ण है।