यूरो 2024 के असफल प्रयास पर किलियन एम्बाप्पे ने कहा: फ्रांस का निराशाजनक सफर

यूरो 2024 के असफल प्रयास पर किलियन एम्बाप्पे ने कहा: फ्रांस का निराशाजनक सफर जुल॰, 10 2024

यूरो 2024: एम्बाप्पे की उम्मीदें और निराशा

फ्रांस के प्रमुख फुटबॉलर किलियन एम्बाप्पे ने यूरो 2024 के सेमीफाइनल में स्पेन के खिलाफ 2-1 की हार के बाद अपनी निराशा व्यक्त की है। हाल ही में रियल मैड्रिड में शामिल हुए एम्बाप्पे ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन को 'असफलता' करार दिया। यूरोपीय फुटबॉल के सबसे बड़े मंच पर उनकी इस असफलता ने न केवल उनके फैंस को बल्कि खुद उन्हें भी गहरा झटका दिया है।

एम्बाप्पे ने खुद इस बात को माना कि यूरो 2024 उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण यात्रा रही है। फ्रांस के लिए यूरोपीय खिताब जितने की महत्वाकांक्षा इस बार भी अधूरी रह गई। एम्बाप्पे ने टूर्नामेंट के दौरान केवल एक ही गोल किया, वह भी पेनल्टी किक के जरिए। यह उनके और उनकी टीम के लिए बेहद निराशाजनक रहा।

टूर्नामेंट के दौरान चुनौतियां

टूर्नामेंट के पहले मैच में एम्बाप्पे की नाक टूट गई थी, जिसके बाद उन्हें पूरे टूर्नामेंट में प्रोटेक्टिव मास्क पहनना पड़ा। इसके बावजूद, एम्बाप्पे ने मैदान पर अपने पूरे दिल से कोशिश की, लेकिन फ्रांस की टीम के लिए यह काफी नहीं साबित हुआ।

एम्बाप्पे ने अपने प्रदर्शन के बारे में बताते हुए कहा, 'यूरो 2024 में हम जिस तरह से खेले, वह उम्मीद के मुताबिक नहीं था। मैंने और मेरी टीम ने पूरी कोशिश की, लेकिन हम चूक गए। यह हमारे लिए एक बड़ा झटका है।'

आगे की राह

एम्बाप्पे ने इस असफलता को एक महत्वपूर्ण सीख माना और अब वे खुद को पुनर्जीवित करने और अगले सीजन के लिए तैयार करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, 'फुटबॉल में असफलताएं अस्थायी होती हैं। अब हमें आगे बढ़ना होगा और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए पूरी मेहनत करनी होगी।' एम्बाप्पे ने एक अच्छी छुट्टी बिताने का फैसला किया है ताकि वे अच्छी तरह से आराम कर सकें और ऊर्जा जुटा सकें।

यूरो 2024 का यह सफर एम्बाप्पे के लिए निश्चित रूप से एक कठिन और चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन उन्होंने इस अनुभव से काफी कुछ सीखा है। उनकी नजर अब भविष्य पर है और वह आने वाले समय में मैदान पर अपनी शानदार वापसी करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।