भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक का निधन
भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल का चेन्नई में रविवार को दिल का दौरा पड़ने से दुखद निधन हो गया। राकेश पाल, जो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारतीय तटरक्षक बल के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे, को अस्वस्थता की शिकायत के बाद राजीव गांधी जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों ने इस दुखद घटना की पुष्टि की।
रक्षा मंत्री ने जताया शोक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस दुखद समाचार को साझा किया और राकेश पाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने पाल को एक सक्षम और प्रतिबद्ध अधिकारी बताया, जिन्होंने भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। सिंह ने राजीव गांधी जनरल अस्पताल में जाकर पाल को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
राकेश पाल का करियर और योगदान
राकेश पाल ने भारतीय नौसेना अकादमी से शिक्षा प्राप्त की और जनवरी 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए। उनके अतुल्य सेवा के सफर में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे, जिसमें गंधीनगर में कोस्ट गार्ड रीजन (उत्तर पश्चिम) का नेतृत्व, डिप्टी डायरेक्टर जनरल (पॉलिसी & प्लैन्स) और आईसीजी मुख्यालय में अतिरिक्त निदेशक जनरल के रूप में सेवाएं शामिल हैं। राकेश पाल ने आईसीजी के सभी प्रकार के जहाजों का कमान संभाला और कई महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया, जिनमें करोड़ों रुपये की ड्रग्स और मादक पदार्थों की जब्ती शामिल है।
सम्मान और पुरस्कार
अपने उत्कृष्ट सेवा के लिए राकेश पाल को अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम), राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (पीटीएम), और तटरक्षक पदक (टीएम) से सम्मानित किया गया था। उनका अद्वितीय सेवा भावना और नेतृत्व भारतीय तटरक्षक बल को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
व्यक्तिगत जीवन
राकेश पाल अपने पीछे पत्नी दीपा पाल और दो बेटियों, स्नेहल और तरुशी को छोड़ गए हैं। उनके परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति मिले, यह हमारी प्रार्थना है।
सम्मुख साधारण और उत्कृष्ट अधिकारी
राकेश पाल न केवल अपने कार्यक्षेत्र में कुशल थे, बल्कि उनके नेतृत्व के कारण भारतीय तटरक्षक बल में अनुशासन और सकारात्मक प्रेरणा का संचार होता था। उनकी विशेषज्ञता तोपखाना और हथियार प्रणालियों में थी, और वे आईसीजी में गनरी विशेषज्ञता प्राप्त करने वाले पहले अधिकारी बने।
राष्ट्रीय स्तर पर शोक
पाल के निधन से न केवल उनके परिवार और सहयोगियों को गहरा धक्का लगा है, बल्कि पूरे देश में इस खबर ने शोक की लहर दौड़ा दी है। भारतीय तटरक्षक बल में उनके योगदान और संरक्षात्मक सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। वे हमें समर्पण, सेवा और देशभक्ति की नई मिसाल छोड़ गए हैं।
संक्षेप और स्मरण
उनके निधन से खाली हुई जगह को भरना मुश्किल होगा, लेकिन उनकी यादें और उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा हमारे साथ रहेंगे। भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल का निधन न केवल उनकी व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि यह पूरे राष्ट्र की भी हानि है।
Aashish Goel
अगस्त 19, 2024 AT 11:08Pushkar Goswamy
अगस्त 20, 2024 AT 10:28Anila Kathi
अगस्त 21, 2024 AT 08:49Vasudev Singh
अगस्त 21, 2024 AT 15:18Abhinav Dang
अगस्त 23, 2024 AT 08:30Amar Khan
अगस्त 24, 2024 AT 06:21Andalib Ansari
अगस्त 25, 2024 AT 12:24Karan Raval
अगस्त 25, 2024 AT 14:22Vinay Vadgama
अगस्त 26, 2024 AT 18:33krishna poudel
अगस्त 27, 2024 AT 15:49Roopa Shankar
अगस्त 28, 2024 AT 08:12vasanth kumar
अगस्त 28, 2024 AT 11:37Pooja Shree.k
अगस्त 30, 2024 AT 07:50