मंदी की बढ़ती चिंताओं के बीच वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट: डॉव जोन्स इंडेक्स 3.25% गिरा

मंदी की बढ़ती चिंताओं के बीच वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट: डॉव जोन्स इंडेक्स 3.25% गिरा
Anuj Kumar 5 अगस्त 2024 16

वॉल स्ट्रीट का जबरदस्त झटका

सोमवार, 5 अगस्त, 2024 को वॉल स्ट्रीट में गहरा संकट नजर आया। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 3.25% की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ, जिससे शेयर बाजार में घबराहट का माहौल बन गया। यह दिन हाल के महीनों में सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट दर्ज किया गया।

मंदी की आशंकाएं और उनके कारण

विभिन्न आर्थिक सूचकांकों ने धीमी वृद्धि और मुद्रास्फीति के दबाव को स्पष्ट किया है। विश्लेषकों ने मंदी की संभावना, उच्च ब्याज दरों की आशंका और आर्थिक सुस्ती के बढ़ते संकेतों को इस गिरावट का मुख्य कारण बताया है। इन चिंताओं के बीच बाजार में निवेशकों की बिकवाली के कारण भारी गिरावट देखी गई।

सरकार और संघीय रिजर्व की भूमिका

फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने सप्ताह के शुरू में अपने भाषण में मुद्रास्फीति को नियंत्रण में लाने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि आर्थिक विकास धीमा होता है तो भी मुद्रास्फीति से निपटने के लिए संघीय रिजर्व दरों को बढ़ाता रहेगा। इस बयान को निवेशकों ने उच्च ब्याज दरों और उसकी वजह से मंदी की संभावना के संकेत के रूप में देखा।

अन्य महत्वपूर्ण सूचकांक और प्रभाव

एस एंड पी 500 और नैस्डैक कम्पोजिट ने भी जबकि समान रूप से भारी नुकसान किया। एस एंड पी 500 3.5% और नैस्डैक 4.1% नीचे झुके। यह गिरावट सभी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर थी, जिसमें कोई भी क्षेत्र इससे अछूता नहीं रहा।

भविष्य की चुनौतियां

बाजार की स्थिति को देखते हुए, निवेशकों में भविष्य के प्रति निराशा और चिंताएं ऊंचाइयों पर हैं। बढ़ती मुद्रास्फीति के साथ-साथ आपूर्ति श्रृंखला में भंग और भू-राजनीतिक तनावों ने बाजार को और अधिक जटिल बना दिया है।

बॉन्ड बाजार की स्थिति

10 साल के ट्रेजरी बांड की यील्ड में बढ़ोतरी देखी गई क्योंकि निवेशकों ने सुरक्षित स्थानों की तलाश की। दरअसल, अनिश्चित आर्थिक दौर को ध्यान में रखते हुए निवेशक अब अधिक सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं।

निवेशकों की प्रतिक्रिया

बाजार के इस झटके ने निवेशकों को परेशान कर दिया है। जारी आर्थिक संकेतक स्पष्ट करते हैं कि बाजार की मौजूदा स्थिति और आगे आने वाले समय में मंदी की संभावनाएं बढ़ रही हैं।

समाज और सामान्य जनता पर प्रभाव

इस गिरावट का प्रभाव सिर्फ निवेशकों तक ही सीमित नहीं है। उपभोक्ता खर्च और व्यवसायिक निवेश में कमी से आम जनता की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है। यह आम जनता की दैनिक जीवन पर प्रभाव डाल सकता है और उनकी खर्च करने की क्षमता को कम कर सकता है।

ऐसे समय में, बाजार की चाल और आर्थिक नीतियों पर ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। निवेशक और आम जनता दोनों को सतर्क रहकर अपने निर्णय लेने चाहिए ताकि वे इन अनिश्चितताओं से बेहतर तरीके से निपट सकें।

16 टिप्पणि

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    Vitthal Sharma

    अगस्त 6, 2024 AT 07:09
    ये गिरावट तो आम आदमी के लिए बहुत बड़ी बात है।
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    Mansi Arora

    अगस्त 6, 2024 AT 20:44
    फिर से वो ही बात... फेड ने ब्याज बढ़ाए तो बाजार गिरा... और फिर हम लोग बेच रहे हैं अपने शेयर... क्या ये चक्र तोड़ा नहीं जा सकता? 😒
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    Amit Mitra

    अगस्त 7, 2024 AT 23:11
    इस गिरावट को समझने के लिए हमें सिर्फ डॉव जोन्स नहीं, बल्कि बॉन्ड यील्ड्स, रिजर्व रिजर्व रेट्स, और ग्लोबल सप्लाई चेन के इंटरैक्शन को देखना होगा... एक एकल कारण नहीं, बल्कि एक जटिल नेटवर्क है जिसमें अर्थव्यवस्था फंस गई है।
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    sneha arora

    अगस्त 8, 2024 AT 07:22
    हम सब डर रहे हैं... लेकिन याद रखो, बाजार तो ऊपर भी जाता है 😊❤️ हमें बस शांत रहना है और धैर्य रखना है 🌱
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    Sagar Solanki

    अगस्त 10, 2024 AT 05:51
    फेड के पास कोई विकल्प नहीं... ये सब एक ग्लोबल कॉन्सपिरेसी है। चीन और रूस ने डॉलर को डिमोलिश करने के लिए डिज़ाइन किया है... और अब वो भारत के छोटे निवेशकों को तबाह कर रहे हैं। आप सब जागो! 🚨
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    Siddharth Madan

    अगस्त 11, 2024 AT 09:46
    मैंने 2008 के बाद से ऐसा कभी नहीं देखा। लेकिन ये भी गुजर जाएगा।
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    Thomas Mathew

    अगस्त 13, 2024 AT 00:23
    जब तक हम अपने दिमाग को बाजार के भावों पर नियंत्रित नहीं करेंगे... तब तक हम सिर्फ एक नियंत्रित रोबोट बने रहेंगे... जिंदगी बाजार नहीं है... ये सिर्फ एक खेल है।
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    Dr.Arunagiri Ganesan

    अगस्त 13, 2024 AT 20:14
    इस वक्त जो भी अपने पैसे निवेश कर रहा है, वो बहादुर है। मैं आपको जीतने की शुभकामनाएं देता हूं।
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    simran grewal

    अगस्त 14, 2024 AT 06:32
    अरे भाई, फेड ने जो कहा वो सब बकवास है... वो खुद भी नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं... और हम उनकी बातों पर अपना पूरा जीवन लगा रहे हैं? 😂
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    Vinay Menon

    अगस्त 15, 2024 AT 15:27
    मैंने इस गिरावट को एक अवसर के रूप में देखा। अच्छे शेयर अब सस्ते हैं... और जो लोग डर गए, वो अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
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    Monika Chrząstek

    अगस्त 16, 2024 AT 01:41
    मुझे लगता है हमें थोड़ा धीरे-धीरे चलना चाहिए... जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए... हम सब एक साथ हैं 💪
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    chandra aja

    अगस्त 16, 2024 AT 04:42
    ये सब एक छल है... बड़े बैंक और वॉल स्ट्रीट ने इसे बनाया है ताकि छोटे निवेशकों के पैसे उनके पास आ जाएं। तुम जानते हो कि मैं क्या कह रहा हूँ।
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    Sutirtha Bagchi

    अगस्त 17, 2024 AT 08:48
    तुम सब इतने डर रहे हो क्यों? मैंने तो अपना घर बेच दिया और शेयर खरीद लिए... अब तो बस बैठो और देखो क्या होता है! 😈
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    Abhishek Deshpande

    अगस्त 17, 2024 AT 21:28
    इस गिरावट के पीछे कारण अत्यंत जटिल हैं: मुद्रास्फीति के आंकड़े, लंबी अवधि के ब्याज दरों का असर, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के विघटन, और फेडरल रिजर्व की अप्रत्याशित नीतिगत रणनीति... इन सभी को एक साथ विश्लेषण करना आवश्यक है।
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    vikram yadav

    अगस्त 19, 2024 AT 13:53
    मैंने 2020 के बाद से ये चक्र देखा है... जब भी बाजार गिरता है, तो लोग डर जाते हैं... लेकिन जब वो वापस आता है, तो वो ज्यादा तेज़ होता है। इस बार भी ऐसा ही होगा।
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    Mansi Arora

    अगस्त 20, 2024 AT 06:32
    तुम सब ये क्या बातें कर रहे हो... मैंने तो अपना पूरा निवेश इसी गिरावट में बेच दिया... अब तो मैं खुद भी डर रहा हूँ कि कहीं मैंने गलत न कर दिया हो।

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