हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराया

हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराया
Anuj Kumar 6 अक्तूबर 2025 6

जब हर्मनप्रीत कौर, कप्तान of भारत महिला क्रिकेट टीम ने अपनी टीम को 88 रन से जीत दिलाई, तो पूरे देश के प्रेमी झूम उठे। यह जीत ICC वूमेन क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 कोलंबो के रूप में आयोजित मैच में हुई, जो कि आर. प्रेमा दासा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया।

पृष्ठभूमि और tournament की स्थिति

भारत ने इस टूर्नामेंट की शुरुआत ही सिरिलंका के खिलाफ 59 रन से जीत कर की थी, जिससे टीम का आत्मविश्वास आकाश छू रहा था। दूसरी ओर पाकिस्तान, जो अपनी पहली मैच में बांग्लादेश से हार के बाद थोड़ा दबाव में थी, इस मैच से अपना कड़ा जवाब देना चाहती थी।

मैच का विवरण: भारत की शानदार पारी

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 247 रन बनाकर टॉस जीत लिया। इस पारी में दिप्ती शर्मा ने 45 रन के साथ मध्य क्रम को स्थिर किया, जबकि जेमिमा रोड्रिगेज़ ने तेज़ी से 38 रन बनाकर स्कोरबोर्ड पर दबाव बना दिया। मध्य क्रम ने 120‑2 तक के स्थिर साझेदारी से लक्ष्य को आसानी से मार दिया।

पाकिस्तान की कोशिशें और भारत की गेंदबाजी

पाकिस्तान को 103/5 पर 31.2 ओवर में ऑल आउट कर दिया गया। इस धड़ाम में क्रांती गौड़ ने तीन विकेट ले कर टीम को संतुलित किया। उनकी तेज़ गेंदों ने नतालिया पर्वेज़ को 33 रन पर गिरा दिया, जो पिछले ओवर में रफ्तार बढ़ाने की कोशिश कर रही थी। पर्ची के अंत में दीप्ती शर्मा ने भी दो महत्वपूर्ण विकेट पकड़े, जिसमें कप्तान फ़ातिमा साना को सिर्फ 2 रन पर आउट किया गया।

सिड्रा अमीन का अद्भुत प्रयास

हालाँकि टीम के सामने झुकाव था, लेकिन सिड्रा अमीन ने इतिहास रच दिया। उन्होंने 68 रन बनाकर पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर किया, जो अब तक भारत के खिलाफ किसी भी पाकिस्तानी महिला बल्लेबाज़ का रिकॉर्ड था। उनका अटूट आत्मविश्वास और आक्रमण का अंदाज़ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया, पर अंत में भारत की स्पिनरिंग लाइन‑अप ने उन्हें रोक दिया।

कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ी भावनाएँ

भारतीय बॉलिंग कोच ऐशकर साल्वी ने मैच के बाद कहा, "हमारा फोकस सिर्फ़ क्रिकेट पर है, और खिलाड़ियों ने इसे बड़े मैदान में साबित किया है।" दूसरी ओर, पाकिस्तान की कप्तान फ़ातिमा साना ने “हमने पूरी कोशिश की, पर आज हमारी गिरावट इतनी बड़ी थी कि हम आगे नहीं बढ़ पाए” कहा।

भविष्य की झलक और रैंकिंग पर प्रभाव

यह जीत भारत को टॉप ग्रुप में ले गई, जिससे उनके पॉइंट्स 6‑2 बन गए और किटली में आगे बढ़ने की राह साफ़ हुई। साथ ही टीम की नेट रन‑रेटिंग भी बढ़ी, जो अगले दो मैचों में काफी लाभदायक सिद्ध होगी। पाकिस्तान को अब अपने बॉलिंग प्लान पर पुनर्विचार करना पड़ेगा, विशेषकर स्पिनर्स के खिलाफ।

इतिहास की एक और पन्ना

अब भारत‑पाकिस्तान महिला ODIs में 12‑0 की हिट रिकॉर्ड का दावेदार बना है। यह निरंतर जीत शुरुआती 1990 के दशक से लेकर अब तक कड़ी मेहनत, अच्छे प्लानिंग और धैर्य का नतीजा है। खासकर हालिया इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और टीम के प्रोफेशनलिज़ेशन ने इस लगातार जीत को संभव किया है।

Frequently Asked Questions

भारत की इस जीत का टॉप ग्रुप पर क्या असर पड़ेगा?

भारत अब ग्रुप की पहली पंक्ति में है, जिसके कारण उसके अगले दो मैचों में टारगेट सेट करना आसान रहेगा। उनके पॉइंट्स 6‑2 हो गए हैं, जिससे नेट रन‑रेटिंग में भी इजाफ़ा हुआ है। यह स्थिति टीम को क्वार्टर‑फ़ाइनल में बेहतर मुकाबला करने का मनोवैज्ञानिक लाभ देगी।

फ़ातिमा साना ने अपना प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाईं?

फ़ातिमा साना ने सिर्फ़ 2 रन ही बनाये और 15 गेंदें खाईं। शुरुआती ओवर में भारत की तेज़ गेंदों और स्पिनों ने वहन को रोक दिया, जिससे उनका रफ़्तार नहीं पकड़ पाई। इस मैच में उनके लिए बॉलिंग प्लान का अभाव भी एक मुख्य कारण रहा।

सिड्रा अमीन के रिकॉर्ड इनिंग का क्या महत्व है?

68 रन बनाकर सिड्रा अमीन ने अब तक भारत के खिलाफ सबसे अधिक स्कोर किया है। यह व्यक्तिगत उपलब्धि पाकिस्तान की बैटिंग में आशा जगा रही है, लेकिन टीम के समग्र प्रदर्शन को सुधारने के लिए अभी भी काम बाकी है। उनके इस इनिंग से युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलने की संभावना है।

क्रांती गौड़ की तीन विकेट वाली बॉलिंग में क्या खास था?

क्रांती ने अपने लुड़कते लंदनर को तुरंत आगे बढ़ाते हुए रिवर्स स्विंग और बोटनर का संयोजन दिखाया। वह नतालिया पर्वेज़ को 33 रन पर आउट कर गई, और उन्होंने सिड्रा अमीन को भी जल्दी में गिरा दिया, जिससे पाकिस्तान की साझेदारी भंग हो गई।

आगामी मैचों में भारत को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है?

आगे का सामना ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों से होगा, जो सभी दुविधा वाली स्थितियों में भी रनों को हासिल कर लेती हैं। भारत को अपनी बॉलिंग में विविधता और बैटिंग में स्थिरता बनाए रखनी होगी, खासकर पावरप्ले के दौरान रन‑रेट को नियंत्रित रखने की जरूरत होगी।

6 टिप्पणि

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    subhashree mohapatra

    अक्तूबर 6, 2025 AT 01:56

    हर्मनप्रीत की कप्तानी में टीम के प्लान में बड़े झोलियां दिख रही थीं।

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    Mansi Bansal

    अक्तूबर 6, 2025 AT 02:46

    वास्तव में, जीत तो खुशी की बात है, लेकिन रणनीति में कई खामियां मौजूद थीं।
    वो डिफेंडर ग्रुप का उपयोग सही नहीं हुआ, जिससे विकेट जल्दी गिरे।
    शायद ट्रेनिंग सत्रों में ज़्यादा फ़ोकस नहीं दिया गया।
    विचार यह है कि भविष्य में थोड़ा संतुलन बनाना ज़रूरी है।
    खिलाड़ियों को भी अपनी भूमिका समझनी चाहिए।

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    Rajesh Soni

    अक्तूबर 6, 2025 AT 03:53

    वाह, इस मैच में डेटा एनालिटिक्स की कमी साफ़ दिखी, बॉलर्स ने कंसिस्टेंसी नहीं पकड़ पाई, और बॅट्समैन ने रिफ़ॉर्मेटेड शॉट्स का दुरुपयोग किया। थोड़ा बहुत एक्स्पर्ट टोन में कहूँ तो, इन्फ़ॉर्मेशन-ड्रिवेन डेसिशन‑मेकिंग से बेहतर परिणाम मिल सकते थे।

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    vikas duhun

    अक्तूबर 6, 2025 AT 05:00

    क्या बात है! इस टीम ने तो जैसे थियरी को सीधे मैदान पर लाया, लेकिन असली खेल तो अभी बाकी है। जब तक हम दिल से नहीं खेलते, जीत की मिठास नहीं मिलती।

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    Nathan Rodan

    अक्तूबर 6, 2025 AT 06:06

    भारत की महिला टीम ने इस जीत के साथ इतिहास लिखा है।
    हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में एकजुटता का स्तर नया रिकॉर्ड बना।
    बल्लेबाजों की पारी में औसत 45.4 तक की रन रेट रही, जो कि बहुत प्रभावशाली है।
    विशेष रूप से दिप्ती शर्मा की मध्य क्रम की स्थिरता ने टीम को सुरक्षित रखा।
    क्रांती गौड़ की तीन wicket वाली बॉलिंग ने पाकिस्तान को जल्दी तोड़ा।
    सिड्रा अमीन का 68 रन का व्यक्तिगत स्कोर भी काबिले‑तारीफ़ है।
    हालांकि, उसकी पारी को भारत के स्पिनर्स ने स्टीकली रोक दिया।
    इस जीत से टीम की नेट रन‑रेटिंग में उल्लेखनीय इजाफ़ा हुआ।
    ग्रुप टॉप में जगह बनाकर अब भारत को क्वार्टर‑फ़ाइनल की राह साफ़ लगती है।
    अगले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे दिग्गजों का सामना होगा।
    इसलिए बॉलिंग में वैरायटी और बैटिंग में स्थिरता बनाए रखना बहुत जरूरी है।
    कोचिंग स्टाफ ने भी इस जीत के बाद सकारात्मक ब्रीफ़िंग दी है।
    खिलाड़ियों ने अपनी फॉर्म को लेकर पूर्ण आत्मविश्वास दिखाया।
    इस तरह की जीत से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है और क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ती है।
    अंत में, यह कहना बेझिझक हो सकता है कि भारत ने इस दौर में अपनी हीट को पूरी तरह से जलाया है।

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    rudal rajbhar

    अक्तूबर 6, 2025 AT 07:13

    बिल्कुल सही कहा, लेकिन सिर्फ आँकड़े नहीं, खेल की आत्मा भी मायने रखती है; अगर मैदान में हँसी नहीं होगी तो जीत अधूरी है।

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