जब कुलदीप यादव, बाएँ‑भुजा कलाई‑स्पिनर ने 15 अक्टूबर 2025 को दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान को 146 रन पर रोकते हुए 4/30 की जिद्दी लीड ली, तो हर बाररूम में धधकती आवाज़ें सुनाई दीं। यहाँ सिर्फ एक चार wicket नहीं, बल्कि असली कहानी एक दर्द‑भरे विराम के बाद की वापसी की थी—और वह भी तब, जब वह इंग्लैंड टूर में बेंच से देखे जा रहे थे।
इस जीत में एड्रियन ले रूक्स, भारत की स्ट्रेंथ‑एंड‑कंडीशनिंग कोच ने निभाई प्रमुख भूमिका, यही यथार्थ यद्यपि यंत्रणा के पर्दे के पीछे छिपा था। "पांच महीने की कड़ी मेहनत ने सब कुछ बदल दिया," वह खुद ही कहते हैं, जब उन्होंने विराट कोहली के साथ एक इंटरव्यू में इस बदलाव को बताया।
अस्थाई दर्द से अद्भुत वापसी तक
2024 की टी‑20 वर्ल्ड कप के बाद यद्यपि यद्यपि यद्यपि यद्यपि कुलदीप को स्पोर्ट्स हर्निया की चोट ने पाँच महीने तक बैन कर दिया था, फिर भी वह जागे हुए सपनों को छोड़ नहीं सके। दलेप ट्रॉफी के मैदानों में, जहाँ वह अपने पेनरिंग वारियर्स को हराना चाहता था, उसने अपनी गति फिर से पाई। यह मंच, अक्सर टीम‑इंट्रानेट के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन उसके लिये यह एक निजी प्रयोगशाला बन गया।
पहले दो मैचों में वह हल्की गति से और छोटे रन सप्लाई के साथ ऑन‑फिल्ड रहा। फिर धीरे‑धीरे, कोच ले रूक्स की निगरानी में, उसकी ट्रेनिंग रूटीन में बॉडियो‑मैकेनिक्स, फुर्ती और पेल्विक स्थिरता को बखूबी जोड़ा गया। "हमने हर सत्र को पाँच महीने तक चलाया, जिसमें फिजियो, बायोमैकेनिक्स और बॉल‑ट्रैकिंग शामिल था," यथार्थवादी ढंग से वह कहते हैं।
एशिया कप 2025 में रिकॉर्ड‑तोड़ परफॉर्मेंस
दुबई में एशिया कप के फाइनल में भारत ने जब 146/7 पर पेश आया, तो कई विशेषज्ञों ने कहा था कि तालाब में फेंकी गयी पतली गेंदों से ही जीत पक्की होगी। लेकिन कुलदीप की चार wicket, जिसमें सलमान अली आघा का आउट भी शामिल था, ने लंदन के इन ऑफ़‑साइड पिच को हिला दिया। वह अब एशिया कप के इतिहास में 36 विकेट के साथ सबसे अधिक स्कैल्प वाले बॉलर बन गए—तीन अधिक लासिथ मालींगा के रिकॉर्ड से।
इस अद्भुत आंकड़े का धार्मिक मतलब कुछ नहीं, पर क्रिकेट के आँकड़े कहां तक मन को ज़ोर देते हैं, यह समझना जरूरी है। 18 मैचों में 36 विकेट—इसे 2 विकेट प्रति मैच के औसत से भी अधिक कहा जा सकता है। साथ ही, उनका स्ट्राइक रेट (11.9) और औसत (13.39) अभी भी भारत के टॉप‑टेन T20I वीकटेकर्स में सर्वश्रेष्ठ है।
कोच एड्रियन ले रूक्स की भूमिका
जब कुलदीप ने कहा, "मैंने अपने कदमों को तेज किया, कोण नहीं बदला, और बॉडि को सीधा रखकर बॉल को अधिक स्थिर किया," तो वह सीधे ले रूक्स के प्रशिक्षण सिद्धांतों की ओर इशारा कर रहे थे। ले रूक्स, जिनका मूल यूरोप से है, ने भारतीय खेल विज्ञान में कई नई चीज़ें लाईं—जैसे टारगेटेड हिप‑हिंगे एक्सरसाइज़ और हाई‑इंटेंसिटी इंटर्वल ट्रेनिंग, जो विशेष रूप से स्पिनर के लिए फायदेमंद हैं।
एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में ले रूक्स ने कहा, "कुलदीप का लक्ष्य सिर्फ फिट होना नहीं था, बल्कि उसके रिदम को फिर से ज़िंदा करना था। हमने उसके रन‑अप को दो‑तीन महीने में 20% तेज़ किया, साथ‑साथ बॉल की रिलीज़ पॉइंट को स्थिर रखा। यह काम नहीं किया तो वह फिर से बेंच पर बैठा रहता।" यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि उनकी साझेदारी ने पूरी टीम को ऊर्जा दी।
भविष्य के लिए राहें
एशिया कप के बाद, भारतीय क्रीड़ा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर कुलदीप को 2027 ODI विश्व कप की पहली टीम में शामिल करने का निर्णय लिया। लेकिन टेस्ट में अभी भी चुनौती बनी हुई है—2024 की इंग्लैंड टूर में उन्हें बाहर रखा गया था। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि वह अपनी नई तकनीक को स्थायी रख पाते हैं, तो आने वाले पीढ़ी के तेज़ बट्समैन भी उनके स्पिन से डरेंगे।
संजय मांजरेकर, स्टार स्पोर्ट्स के पूर्व खिलाड़ी‑एनालिस्ट, ने टूटा-फूटते बॉल की बात करते हुए कहा, "कुलदीप ने अब नकली अल्फ़ा मोमेंट नहीं बनाया, बल्कि सही लाइन और लम्बाई पर भरोसा किया है। यह ही उसकी ताकत है।" ICC ने भी उसका मान्यता स्तर बढ़ाते हुए कहा कि वह सबसे तेज़ भारतीय बॉलर है जिसने 30 मैच में 50 T20I विकेट हासिल किए। यह आंकड़ा 28 जुलाई 2023 को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ गयाना में बना था।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
कुलदीप यादव का एशिया कप रिकॉर्ड किस तरह का है?
कुलदीप ने एशिया कप 2025 में कुल 36 विकेट लिए, जो उन्होंने 18 मैचों में हासिल किए। यह संख्या लासिथ मालींगा के 33 विकेट के पुराने रिकॉर्ड को 3 विकेट से पार करती है, और वह अब इतिहास में सबसे अधिक एशिया कप स्कैल्प वाले बॉलर बन गए हैं।
एड्रियन ले रूक्स की ट्रेनिंग ने कुलदीप की वापसी में क्या किया?
ले रूक्स ने पाँच महीने की कड़ी फिटनेस और बॉल‑ट्रैकिंग सत्रों के ज़रिए कुलदीप की बॉडी मैकेनिक्स, रन‑अप गति और बॉल रिलीज़ को पुनः व्यवस्थित किया। इस प्रक्रिया ने उसे फिर से सही लम्बाई और रिदम देने में मदद की, जिससे वह फाइनल में चार विकेट ले सके।
क्या कुलदीप का टेस्ट में वापस आने की संभावना है?
वर्तमान में कुलदीप को टेस्ट में जगह नहीं मिली है, खासकर 2024 की इंग्लैंड टूर में बाहर रखा गया। फिर भी यदि वह अपनी नई तकनीक को लगातार लागू रखेंगे और घरेलू कोहरा में प्रभावी प्रदर्शन करेंगे, तो कॉचेज़ उनके लिये अवसर तलाश सकते हैं।
एशिया कप 2025 का कुलदीप के करियर पर क्या असर पड़ेगा?
एशिया कप ने कुलदीप को विश्व स्तर पर और अधिक विश्वसनीय बॉलर बना दिया। रिकॉर्ड‑तोड़ प्रदर्शन, साथ ही इंटर्नैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की मान्यता, उन्हें 2027 के विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में मुख्य भूमिका दिलाने में मदद करेंगे।
दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में फाइनल कैसे रहा?
फाइनल 15 अक्टूबर 2025 को दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, दुबई में खेला गया। भारत ने 146/7 पर पाकिस्तान को रोक दिया और 4/30 के शानदार बॉलिंग प्रदर्शन के साथ जीत हासिल की। इस जीत से भारत ने अपना नौवाँ एशिया कप खिताब सुरक्षित किया।
Nayana Borgohain
अक्तूबर 9, 2025 AT 01:37कुशलता की चादर पर चमकते सितारे 🌟
Abhishek Saini
अक्तूबर 14, 2025 AT 17:37बिलकुल सही कहा रे, कुलदीप की मेहतन का फल है ये। कोच ले‑रुक्स की ट्रेनिंग ने उसकी बॉडी मैकेनिक्स को फिर से तेज कर दिया। आगे भी ऐसी ही मेहनत देखते रहेंगे।
sangita sharma
अक्तूबर 20, 2025 AT 09:37यह देखना दरकिन है कि चोट के बाद भी धैर्य और आत्मविश्वास ने कुलदीप को इस स्तर पर पहुंचाया। फिजियोथेरेपी और बेवकूफी से भरपूर अडिगता, यही असली प्रेरणा है।
PRAVIN PRAJAPAT
अक्तूबर 26, 2025 AT 01:37सबको नहीं लगता कि कोच का असर इतना बड़ा था; असली खिलाड़ी का चयन ही जीत तय करता है
shirish patel
अक्तूबर 31, 2025 AT 17:37ओह, तो फिर कोच को ही सुपरहीरो बनाते हैं? 🙄
Ravi Patel
नवंबर 6, 2025 AT 09:37कोच की मेहनत को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि वह बॉल की रिलीज़ को स्थिर करने में मदद करता है
Piyusha Shukla
नवंबर 12, 2025 AT 01:37ऐसे आँकड़े तो दिलचस्प लगते हैं पर असली खेल तो मैदान में दिखता है ना
Shivam Kuchhal
नवंबर 17, 2025 AT 17:37सभी क्रिकेट प्रेमियों को नमस्कार। कुलदीप यादव की वापसी निस्संदेह दृढ़ संकल्प और वैज्ञानिक प्रशिक्षण का परिणाम है। हम आशान्वित हैं कि भविष्य में वह अपने प्रदर्शन से राष्ट्र का गौरव बढ़ाते रहेंगे।
Adrija Maitra
नवंबर 23, 2025 AT 09:37वाकई, देखो तो सही, कैसे वह बेस्ट बन गया, दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट ने सच में माहौल को electrify कर दिया।