तमिलनाडु चुनाव परिणाम 2024 लाइव: DMK ने जीते सभी 39 सीटें, BJP का खाता भी नहीं खुला

तमिलनाडु चुनाव परिणाम 2024 लाइव: DMK ने जीते सभी 39 सीटें, BJP का खाता भी नहीं खुला जून, 4 2024

तमिलनाडु में DMK की धमाकेदार जीत

तमिलनाडु में 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम ने राजनीति के नक्शे पर नई लकीर खींच दी है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन ने राज्य की सभी 39 सीटों पर विजय हासिल की है। DMK और उसके सहयोगी दलों ने जिनमें कांग्रेस, वामपंथी पार्टी, दलित समूह और अल्पसंख्यक दल शामिल हैं, ने मिलकर बेहद मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतर कर यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का करिश्माई नेतृत्व

DMK की जीत का बड़ा श्रेय मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को जाता है जिनका करिश्माई नेतृत्व और गठबंधन को एकजुट रखने की उनकी क्षमता, चुनाव में निर्णायक साबित हुई। राज्य भर में उनकी लोकप्रियता और लोगों का समर्थन उनकी पार्टी के पक्ष में रहा।

प्रमुख सीटों पर संघर्ष

यह चुनावी महायुद्ध केवल आंकड़ों का खेल नहीं था, बल्कि इसमें कई प्रमुख सीटों पर रोमांचक मुकाबला भी देखा गया। इनमें वेल्लोर, तिरुनेलवेली, थेनी, रामनाथपुरम, कोयंबटूर, काल्लाकुरिची और विलुप्पुरम शामिल हैं, जहां DMK के उम्मीदवारों ने प्रमुख सैनानी रहे।

भाजपा की हार

भाजपा, जो राज्य में सत्ता के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी, को एक भी सीट जीतने में सफलता नहीं मिली। भाजपा के पूर्व राज्य प्रमुख अन्नामलाई कोयंबटूर में हार का सामना करते दिखे। इसके अलावा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगी दल पट्टाली मक्कल कच्छी (PMK) भी धर्मपुरी में हारने से नहीं बच सके।

नाम तमिलर काछी का उभार

इस चुनाव में नाम तमिलर काछी का भी उल्लेखनीय प्रदर्शन रहा जिन्होंने भाजपा को तुर्की के तमिलनाडु में 5 से 8 सीटों पर दरकिनार कर दिया। विशेषकर कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, इरोड और नागपट्टिनम में उनकी मजबूती दिखी।

राज्य की वोटर टर्नआउट

इस बार राज्य में 69.72% का वोटर टर्नआउट रहा, जो कि तमिलनाडु की राजनीतिक जागरूकता का परिचायक है।

उल्लेखनीय पूर्वानुमान

एक्जिट पोल्स ने पहले ही DMK की एक प्रचंड जीत की संभावना जताई थी और यह पूर्वानुमान सही साबित हुआ। जबकि भाजपा का प्रदर्शन कमजोर रहने की भविष्यवाणी भी सही साबित हुई।

भविष्य की संभावनाएं

इस ऐतिहासिक विजय के बाद, यह देखना रोचक होगा कि DMK के कप्तान और अन्य सहयोगी दल किस प्रकार से आगामी वर्षों में राज्य की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश करते हैं। यह चुनाव न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।