
Waarei Energies IPO का बुनियादी विवरण
Waaree Energies IPO ने भारतीय शेयर बाजार में काफी चर्चा बटोरी है। कंपनियों ने 10 जुलाई को एप्लिकेशन फॉर्म्स (AFI) जमा करने की अंतिम तिथि तय की, और कीमत बैंड 160 से 170 रुपये के बीच रखा। इस रेंज को नियामक द्वारा मंजूरी मिलने के बाद, कई ब्रोकर फर्मों ने इंस्टा-ऑर्डर जुड़वाए।
बांग्लादेश की ग्रे मार्केट डेटा एजेंसियों के अनुसार, इस IPO पर शुरुआती प्रीमियम 30-35 रुपये के आसपास रहा, जिसका अर्थ है कि बाजार ने वैजिटेबल स्ट्रक्चर को संभावित उच्च रिटर्न के साथ देख रहा है।

सब्सक्रिप्शन आँकड़े और वर्गिकरण
IPO के खुलने के बाद 8 घंटे में कुल सब्सक्रिप्शन 2.5 गुना तक पहुंच गया। इसका अभिप्राय है कि निवेशकों की मांग प्रारंभिक मूल्यांकन से अधिक है।
- संस्थागत निवेशक (FIIs/DPIs): लगभग 1.6 गुना सब्सक्राइब किया, जिससे संकेत मिलता है कि बड़े फंड इस सेक्टर में वृद्धि की संभावनाओं को सकारात्मक मानते हैं।
- रिटेल आवेदन: 0.8 गुना, जो दर्शाता है कि छोटे निवेशकों की रुचि भी तेज़ी से बढ़ रही है।
- अस्तित्व में मौजूद शेयरधारक (QIBs): 0.1 गुना, क्योंकि अधिकांश शेयरधारक अपना मौजूदा होल्डिंग जारी रखने को प्राथमिकता देते हैं।
आगे का उत्थान ग्रे मार्केट प्रीमियम के साथ जुड़ा है; वर्तमान में प्रीमियम 30% से 35% के बीच है, जो बाजार में संभावित रिटर्न को इंगित करता है। हालांकि, प्रीमियम में उतार-चढ़ाव संभव है, क्योंकि प्राथमिक डिमांड में बदलाव और नियामक अनुमोदन का असर जारी रहेगा।
IPO की लिस्टिंग 24 जुलाई को तय है, और निवेशकों को इस तारीख से पहले अपने एप्लिकेशन फॉर्म की स्थिति जांचनी चाहिए। यदि प्री-ऑडिट में सब्सक्रिप्शन लक्ष्य पूरा हो जाता है, तो अंकित शेयर जारी करने की प्रक्रिया तेज़ होगी, और ट्रेडिंग शुरू होने के साथ प्रीमियम में संभावित वृद्धि देखी जा सकती है।