Asia Cup 2025: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इतिहासिक फाइनल में जगह पक्की की

Asia Cup 2025: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इतिहासिक फाइनल में जगह पक्की की
Anuj Kumar 26 सितंबर 2025 0

फाइनल तक का सफर

दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में सुपर फोर मैच के बाद भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से मार कर Asia Cup 2025 के फाइनल में जगह सुरक्षित कर ली। यह जीत सिर्फ अंक‑जितने की नहीं, बल्कि भारत‑पाकिस्तान के बीच पहली बार फाइनल में टकराव तय करने की भी पुष्टि थी। मैच में सौर्य कुमार यादव ने टीम का नेतृत्व किया, जबकि कप्तान के साथ संजू सामसन की बैटिंग ने शुरुआती ओवर में स्थिरता प्रदान की।

बांग्लादेशी टीम ने शुरुआती ओवर में ही 40‑45 रन का स्टार्ट दिया, पर भारत के तेज़ पिच पर जसप्रीत बुमराह ने दो महत्वपूर्ण औवर में मोमेंटम बदल दिया। दोनो ही घंटे में भारत ने 200 के बाद 250 तक का लक्ष्य बनाया। बांग्लादेश के सैफ हसन ने 69 रन बनाकर टीम का एकमात्र चमकाता सितारा बनते हुए भी अंत में बुमराह के डिलीवरी पर अक्सर पटेल के हाथों कैच पकड़ा गया।

इसी तरह, पाकिस्तान ने भी अपने फाइनल के टिकट को कसकर थाम लिया। उन्होंने बांग्लादेश को 11 रन से हराया, जिससे बांग्लादेश की कुल स्कोर 135 रहे। पाकिस्तान की जीत में हार्दिक पांड्य और शकीर धोनी के महत्वपूर्ण योगदान को विशेष रूप से सराहा गया। दोनों टीमों की जीत ने फाइनल को एक नया इतिहास बना दिया, जहाँ भारत‑पाकिस्तान का परिपूर्ण मुकाबला पहली बार शीर्ष पद पर हो रहा है।

फ़ील्डिंग पर बहस और विशेषज्ञों की राय

फ़ील्डिंग पर बहस और विशेषज्ञों की राय

भारत की जीत के बाद भी मीडिया में फ़ील्डिंग पर कई सवाल उठे। टॉर्नामेंट में भारत ने कुल 12 काचें गिराई, जिससे उनका फील्डिंग इफ़िशिएंसी सिर्फ 67.5% रह गया—जो सभी टीमों में दूसरा सबसे कम अंक है। बांग्लादेश के सैफ हसन को चार बार पकड़ने के बाद भी प्रोफेशनल स्कोर में गिरावट देखी गई, जो टीम की समग्र फॉर्म को प्रभावित कर सकती है।

पूर्व क्रिकेटर अतुल वस्सान ने टीम की फ़ील्डिंग को "एक अनोखा चरण" कहते हुए गंभीर चिंताओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इंडिया की फील्डिंग इन दिनों सिर्फ़ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि मैच की दिशा बदलने की क्षमता भी रखती है। हमें इस पर तुरंत काम करना होगा।" उनके अनुसार, फील्डिंग का सुधार केवल अभ्यास नहीं, बल्कि मानसिक तत्परता और सही रणनीति से ही संभव है।

इसी बीच भारत के कोचिंग स्टाफ ने बताया कि फील्डिंग ड्रिल्स को अब रोज़ाना दो घंटे की विशेष ट्रेनिंग में शामिल किया जा रहा है। गेंदबाजों की थकान को कम करने के लिए फील्डिंग को एक प्राथमिकता के रूप में देखा जा रहा है। कई खिलाड़ी, जैसे कि अक्सर पटेल और हसन बख़र, ने कहा कि वह अपने फ़ील्डिंग सत्र को "हफ्ते के सबसे जरूरी" भाग मानते हैं।

इतिहास में पहली बार भारत‑पाकिस्तान फाइनल का महत्त्व सिर्फ़ खेल का नतीजा नहीं, बल्कि दो राष्ट्रों के बीच एक नई कथा लिखने का अवसर है। दोनों टीमों की तैयारियों में अब शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक कड़ी मेहनत और फ़ील्डिंग कौशल को भी प्रमुखता दी जा रही है। फाइनल का मुकाबला 28 सितंबर को निर्धारित है, और इस बड़े मंच पर दोनों देशों के प्रशंसक बड़ी उत्सुकता से इंतज़ार कर रहे हैं।