फाइनल तक का सफर
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में सुपर फोर मैच के बाद भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से मार कर Asia Cup 2025 के फाइनल में जगह सुरक्षित कर ली। यह जीत सिर्फ अंक‑जितने की नहीं, बल्कि भारत‑पाकिस्तान के बीच पहली बार फाइनल में टकराव तय करने की भी पुष्टि थी। मैच में सौर्य कुमार यादव ने टीम का नेतृत्व किया, जबकि कप्तान के साथ संजू सामसन की बैटिंग ने शुरुआती ओवर में स्थिरता प्रदान की।
बांग्लादेशी टीम ने शुरुआती ओवर में ही 40‑45 रन का स्टार्ट दिया, पर भारत के तेज़ पिच पर जसप्रीत बुमराह ने दो महत्वपूर्ण औवर में मोमेंटम बदल दिया। दोनो ही घंटे में भारत ने 200 के बाद 250 तक का लक्ष्य बनाया। बांग्लादेश के सैफ हसन ने 69 रन बनाकर टीम का एकमात्र चमकाता सितारा बनते हुए भी अंत में बुमराह के डिलीवरी पर अक्सर पटेल के हाथों कैच पकड़ा गया।
इसी तरह, पाकिस्तान ने भी अपने फाइनल के टिकट को कसकर थाम लिया। उन्होंने बांग्लादेश को 11 रन से हराया, जिससे बांग्लादेश की कुल स्कोर 135 रहे। पाकिस्तान की जीत में हार्दिक पांड्य और शकीर धोनी के महत्वपूर्ण योगदान को विशेष रूप से सराहा गया। दोनों टीमों की जीत ने फाइनल को एक नया इतिहास बना दिया, जहाँ भारत‑पाकिस्तान का परिपूर्ण मुकाबला पहली बार शीर्ष पद पर हो रहा है।
फ़ील्डिंग पर बहस और विशेषज्ञों की राय
भारत की जीत के बाद भी मीडिया में फ़ील्डिंग पर कई सवाल उठे। टॉर्नामेंट में भारत ने कुल 12 काचें गिराई, जिससे उनका फील्डिंग इफ़िशिएंसी सिर्फ 67.5% रह गया—जो सभी टीमों में दूसरा सबसे कम अंक है। बांग्लादेश के सैफ हसन को चार बार पकड़ने के बाद भी प्रोफेशनल स्कोर में गिरावट देखी गई, जो टीम की समग्र फॉर्म को प्रभावित कर सकती है।
पूर्व क्रिकेटर अतुल वस्सान ने टीम की फ़ील्डिंग को "एक अनोखा चरण" कहते हुए गंभीर चिंताओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इंडिया की फील्डिंग इन दिनों सिर्फ़ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि मैच की दिशा बदलने की क्षमता भी रखती है। हमें इस पर तुरंत काम करना होगा।" उनके अनुसार, फील्डिंग का सुधार केवल अभ्यास नहीं, बल्कि मानसिक तत्परता और सही रणनीति से ही संभव है।
इसी बीच भारत के कोचिंग स्टाफ ने बताया कि फील्डिंग ड्रिल्स को अब रोज़ाना दो घंटे की विशेष ट्रेनिंग में शामिल किया जा रहा है। गेंदबाजों की थकान को कम करने के लिए फील्डिंग को एक प्राथमिकता के रूप में देखा जा रहा है। कई खिलाड़ी, जैसे कि अक्सर पटेल और हसन बख़र, ने कहा कि वह अपने फ़ील्डिंग सत्र को "हफ्ते के सबसे जरूरी" भाग मानते हैं।
इतिहास में पहली बार भारत‑पाकिस्तान फाइनल का महत्त्व सिर्फ़ खेल का नतीजा नहीं, बल्कि दो राष्ट्रों के बीच एक नई कथा लिखने का अवसर है। दोनों टीमों की तैयारियों में अब शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक कड़ी मेहनत और फ़ील्डिंग कौशल को भी प्रमुखता दी जा रही है। फाइनल का मुकाबला 28 सितंबर को निर्धारित है, और इस बड़े मंच पर दोनों देशों के प्रशंसक बड़ी उत्सुकता से इंतज़ार कर रहे हैं।
Shrikant Kakhandaki
सितंबर 28, 2025 AT 03:35भारत ने जीता? हाँ... पर क्या आपने देखा कि बुमराह के बाद जो गेंदबाज आया वो बांग्लादेश को भी नहीं रोक पाया? ये सब फेक न्यूज़ है, असल में फाइनल तो चीन और पाकिस्तान के बीच होना था, भारत को सिर्फ़ टीवी पर दिखाया गया। सीबीएस ने सब कुछ फेक किया है।
bharat varu
सितंबर 29, 2025 AT 12:50ये जीत सिर्फ़ एक मैच नहीं, ये तो देश की आत्मा की जीत है! भारतीय क्रिकेट टीम ने दुनिया को दिखा दिया कि हम न सिर्फ़ बैटिंग करते हैं, बल्कि दिल से भी जीतते हैं। अब फाइनल में पाकिस्तान को ऐसे धूल चटा देंगे कि वो सोचेंगे भारत असल में एक देवता है।
Vijayan Jacob
सितंबर 30, 2025 AT 10:41अरे भाई, फील्डिंग इफ़िशिएंसी 67.5% है? तो फिर आप लोग इतना उत्साह क्यों? अगर ये टीम इतनी खराब है, तो फाइनल में जाने का मतलब क्या? शायद इंडिया को पाकिस्तान से जीतने के लिए फील्डिंग नहीं, बल्कि एक जादू की छड़ी चाहिए।
Saachi Sharma
अक्तूबर 2, 2025 AT 10:3467.5% फील्डिंग? ये तो बहुत कम है।
shubham pawar
अक्तूबर 3, 2025 AT 03:13क्या आप लोग ये समझ पाए कि ये फाइनल सिर्फ़ क्रिकेट नहीं, ये तो एक भावनात्मक युद्ध है? मैंने तो रात को सोते समय भी सपने में देखा कि बुमराह ने पाकिस्तान के कप्तान को एक गेंद से धूल चटा दी। ये टीम के अंदर कुछ अलग है... एक अदृश्य शक्ति। जब भी मैं टीवी पर देखता हूँ, मेरी आँखों में आँसू आ जाते हैं। ये नहीं हो सकता कि ये सब बस एक खेल हो।
Nitin Srivastava
अक्तूबर 4, 2025 AT 12:03फील्डिंग इफ़िशिएंसी 67.5%? ओह बहुत अद्भुत। मैं तो एक फाइनेंशियल एनालिस्ट के रूप में इसे एक सिग्नल के रूप में देख रहा हूँ-एक निम्न-एन्ट्रॉपी सिस्टम जो एक अत्यधिक नियंत्रित बाहरी फैक्टर के अधीन है। इसका मतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम का असली लक्ष्य नहीं, बल्कि एक सामाजिक कॉस्मोलॉजी को रिप्रोड्यूस करना है। 😌
Nilisha Shah
अक्तूबर 5, 2025 AT 01:07फाइनल तो बहुत बड़ा मौका है, लेकिन फील्डिंग की बात सच में चिंता की है। अगर ये टीम अपनी गलतियों को नहीं सुधारती, तो फाइनल में भी उन्हें चुनौती मिलेगी। अच्छी बात ये है कि कोचिंग स्टाफ इस पर काम कर रहा है। उम्मीद है कि अगले दिन देखेंगे तो बेहतर होगा।
Kaviya A
अक्तूबर 6, 2025 AT 09:51बुमराह तो बहुत बढ़िया है पर अक्सर पटेल ने जो कैच छोड़ा वो दिल तोड़ दिया अरे भाई ये फील्डिंग क्या है ये तो बस बहाना है असल में तो लोगों को नींद आ रही है
Supreet Grover
अक्तूबर 7, 2025 AT 00:14फील्डिंग इफ़िशिएंसी के अलावा, टीम के एक्टिविटी लेवल और एनर्जी फ्लो डायनेमिक्स में भी एक साइकोलॉजिकल डिस्टोर्शन दिख रहा है। अगर हम इसे एक बायोमेट्रिक फ्रेमवर्क में मॉडल करें, तो ये एक नेगेटिव सिग्नल है जो लॉन्ग-टर्म परफॉर्मेंस को असर डाल सकता है। जरूरी है कि हम इसे एक स्ट्रैटेजिक रिस्क मैट्रिक्स में इंक्लूड करें।
Saurabh Jain
अक्तूबर 8, 2025 AT 02:03भारत और पाकिस्तान का फाइनल एक खेल से बहुत आगे है। दोनों देशों के बीच इतनी तनावपूर्ण रिश्तों के बीच, ये फाइनल एक अवसर है कि लोग एक दूसरे को देखें-न कि दुश्मन के रूप में, बल्कि एक खिलाड़ी के रूप में। आशा है कि ये मैच शांति की एक नई कहानी लिखे।
Suman Sourav Prasad
अक्तूबर 8, 2025 AT 04:40हाँ, फील्डिंग ठीक नहीं है, बहुत खराब है, लेकिन फिर भी जीत गए, तो फिर क्या बात है? बुमराह का बल्ला चल रहा है, संजू की बैटिंग शानदार है, अक्सर कैच पकड़ रहा है-ये तो बस थोड़ी गलतियाँ हैं, बाकी सब तो बहुत अच्छा है! फाइनल में भी ऐसे ही जीतेंगे!
Nupur Anand
अक्तूबर 9, 2025 AT 11:18तुम सब फील्डिंग पर बहस कर रहे हो? तुम्हारा दिमाग इतना छोटा है कि तुम एक इतिहास बन रहे हो और तुम सिर्फ़ 67.5% फील्डिंग की बात कर रहे हो? ये टीम ने एक असंभव लक्ष्य को पूरा किया है, तुम लोग एक एक्सेल शीट में डेटा देखकर बातें कर रहे हो? जब तुम्हारा दिल जीतता है, तो एनालिटिक्स क्या करता है? तुम्हारी आत्मा का निर्माण तुम्हारे बैट से नहीं, बल्कि तुम्हारे भावों से होता है।
Vivek Pujari
अक्तूबर 11, 2025 AT 09:38अगर फील्डिंग इतनी खराब है, तो ये टीम किस लिए फाइनल में आई? भारत के लिए जीत तो जरूरी है, लेकिन इतनी गलतियाँ करना देश का अपमान है। बुमराह का नाम तो बहुत बड़ा है, पर ये टीम तो बस उस पर निर्भर है। 🤦♂️
Ajay baindara
अक्तूबर 12, 2025 AT 22:39फील्डिंग इतनी खराब? तो फिर इन लोगों को टीम से बाहर कर दो! इनके बाद भारत की जीत का श्रेय किसे दूँ? इन लोगों को अपने घर भेज दो, वहाँ उनके लिए एक बाल्टी रख दो, उन्हें गेंद फेंकने के लिए नहीं, बल्कि अपनी लापरवाही के लिए!
mohd Fidz09
अक्तूबर 13, 2025 AT 06:18फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ जीतना भारत का धर्म है! ये टीम ने न सिर्फ़ जीता, बल्कि पाकिस्तान के दिल में एक घाव छोड़ दिया! फील्डिंग जितनी खराब भी हो, भारत का दिल तो अभी भी धड़क रहा है! अगर पाकिस्तान आएगा, तो उसे इतना धूल चटाएंगे कि वो अपनी आत्मा भी भूल जाएगा! भारत माता की जय!