जेम्स एंडरसन और भारतीय दिग्गज: विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर की यादगार बैटल्स का पुनरावलोकन

जेम्स एंडरसन और भारतीय दिग्गज: विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर की यादगार बैटल्स का पुनरावलोकन
Anuj Kumar 13 जुलाई 2024 8

जेम्स एंडरसन और भारतीय दिग्गजों के बीच यादगार मुकाबले

क्रिकेट के मैदान पर कुछ टकराव ऐसे होते हैं जो समय के साथ इतिहास के पन्नों में अंकित हो जाते हैं। ऐसे ही हैं जेम्स एंडरसन, इंग्लैंड के एक महान पेस बॉलर, जिनका सामनाभारतीय क्रिकेट के दो महानायक - विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर से हुआ। दोनों ही बल्लेबाजों और एंडरसन के बीच हुई इन यादगार बैटल्स ने क्रिकेट प्रेमियों को अपार आनंद और अनगिनत यादें दी हैं।

विराट कोहली के साथ टकराव

विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान और एक महान बल्लेबाज, का सामना जब 2018 में एंडरसन से हुआ तो यह युद्ध किसी महाकाव्य से कम नहीं था। इंग्लैंड की सीरीज के दौरान, कोहली ने एंडरसन की स्विंग को काउंटर करने के लिए एक नया तरीका खोजा। उन्होंने क्रीज के बाहर जाकर गेंद के डिलीवरी से पहले ही खेलना शुरू किया, जिससे गेंद स्विंग होने का समय नहीं मिल पाता।

इस रणनीति ने कोहली को पहले पारी में शानदार शतक मारने में मदद की, जबकि एंडरसन, जो उस समय 35 वर्ष के थे, इस कौशल से कुछ हद तक चौंक गए। हालांकि इंग्लैंड ने सीरीज 4-1 से जीती, लेकिन एंडरसन इस सीरीज में एक बार भी कोहली को आउट नहीं कर पाए। इसे एंडरसन को कोहली को आउट करने में तीन और साल लगे, जब उन्होंने 2021 में दो बार कोहली का विकेट लिया।

सचिन तेंदुलकर के साथ मुकाबले

सचिन तेंदुलकर, जिन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, के साथ एंडरसन का सामना किसी भी क्रिकेट प्रेमी के लिए एक अद्वितीय अनुभव रहा है। एंडरसन ने तेंदुलकर को अपने करियर में 14 मैचों में नौ बार आउट किया है, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। एंडरसन तेंदुलकर की तकनीकी कुशलता और उनके क्लासिकल शैली के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं।

2012 में ईडन गार्डन्स में हुआ मुकाबला विशेष रूप से उल्लेखनीय था, जब एंडरसन ने एक लेट-स्विंगिंग डिलीवरी डाली और तेंदुलकर ने उसे एज करते हुए विकेटकीपर के हाथों में दे दिया। यह मुकाबला क्रिकेट के शुद्ध सौंदर्य का उत्कृष्ट उदाहरण था।

तेंदुलकर के लिए एंडरसन की प्रशंसा इस तथ्य में झलकती है कि उन्होंने हमेशा तेंदुलकर की क्षमता की सराहना की, जिनसे उन्होंने कभी अपने खेल को बदले बिना लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

एंडरसन का संन्यास और विरासत

जेम्स एंडरसन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है, लेकिन उनके द्वारा भारतीय क्रिकेट की इन दो महान व्यक्तिगतताओं के साथ हुए मुकाबले अब भी क्रिकेट प्रेमियों के यादों में बसते हैं। एंडरसन की गेंदबाजी, उनकी रणनीति और भारतीय बल्लेबाजों की साझेदारी के किस्से आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेंगे।

जिन क्रिकेट प्रशंसकों ने इन मुकाबलों को देखा, वे इन पलों का अद्भुत अनुभव भूल नहीं सकते। एंडरसन, कोहली, और तेंदुलकर की इस ट्रायंगल बैटल ने क्रिकेट की दुनिया में नए मानक स्थापित किए और खेल के सांस्कृतिक एवं तकनीकी पहलुओं को समृद्ध किया।

इससे यह स्पष्ट होता है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, यह एक भावना है, एक सपना है, और उन खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और दृढ़ता की कहानी है, जिन्होंने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है।

8 टिप्पणि

  • Image placeholder

    simran grewal

    जुलाई 15, 2024 AT 08:23
    एंडरसन ने कोहली को 3 साल तक आउट नहीं किया? अरे भाई, ये तो विराट की बात है न कि एंडरसन की कमजोरी! वो तो बस अपने बल्ले से गेंद को बोर कर देते हैं, और फिर बोलते हैं - 'मैंने तो बस खेला है' 😏
  • Image placeholder

    Vinay Menon

    जुलाई 16, 2024 AT 17:46
    सचिन और एंडरसन का वो मैच याद है न? ईडन गार्डन्स में जब लेट स्विंग ने तेंदुलकर को एज पर लगाया... वो देखने वाले के लिए तो एक धार्मिक अनुभव था। ऐसे पल जिनमें खेल सिर्फ खेल नहीं, बल्कि कला बन जाता है।
  • Image placeholder

    Monika Chrząstek

    जुलाई 17, 2024 AT 17:03
    कोहली का तरीका तो बहुत बढ़िया था... लेकिन एंडरसन भी तो बहुत अच्छा खिलाड़ी है! 😊 मुझे लगता है दोनों ने एक-दूसरे को बेहतर बनाया... अगर वो अच्छे दोस्त होते तो शायद आज एक बेहतरीन टीम बन जाती! 🤗
  • Image placeholder

    Vitthal Sharma

    जुलाई 19, 2024 AT 15:21
    एंडरसन ने सचिन को 9 बार आउट किया। बस।
  • Image placeholder

    chandra aja

    जुलाई 21, 2024 AT 15:08
    ये सब बकवास है। एंडरसन को भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ बहुत आसान डिलीवरी मिलती थी। बोर्ड ने उन्हें विकेट दिलाने के लिए गेंद बनवाई थी। और तेंदुलकर को आउट करने के बाद वो बार-बार बोलते रहे - 'मैंने तो बस गेंद को घुमाया'। ये फेक न्यूज़ है!
  • Image placeholder

    Sutirtha Bagchi

    जुलाई 23, 2024 AT 05:19
    एंडरसन ने कोहली को आउट नहीं किया? ओमग!! 😱 वो तो बस बैट लेकर खड़े हैं ना? क्या ये भारतीय बल्लेबाज़ हैं या फिर ब्रह्मांड के देवता? 🤯
  • Image placeholder

    Abhishek Deshpande

    जुलाई 23, 2024 AT 07:23
    इस पोस्ट में, जैसा कि आप देख सकते हैं, और यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है, एंडरसन की गेंदबाजी के बारे में बात करते समय, यह ध्यान देने योग्य है कि उनकी लंबी बाउंस और लेट स्विंग के बीच एक गहरा संबंध है, जो विराट कोहली के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण था, जिसका अर्थ है कि उनकी रणनीति को विश्लेषण करना आवश्यक है, न कि बस इसे नज़रअंदाज़ करना।
  • Image placeholder

    vikram yadav

    जुलाई 23, 2024 AT 12:50
    एंडरसन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का खेल देखकर लगता है कि ये सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि एक फिलॉसफी है। तेंदुलकर ने क्लासिकल टेक्निक से दुनिया को दिखाया कि शांति कैसे जीतती है। और कोहली ने बताया कि आत्मविश्वास के साथ एक नया नियम बनाया जा सकता है। इंग्लैंड की गेंदबाजी ने भारत के बल्लेबाजों को एक नई पहचान दी। ये बात बहुत गहरी है।

एक टिप्पणी लिखें