मुकेश अंबानी लगातार चौथे वर्ष बिना वेतन के: रिलायंस इंडस्ट्रीज में कोविड-19 प्रभाव
अग॰, 9 2024मुकेश अंबानी का वेतन न लेने का निर्णय
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने चौथे लगातार वर्ष के लिए वेतन त्यागते हुए एक मिसाल कायम की है। उन्होंने यह निर्णय कोविड-19 महामारी के प्रभाव को देखते हुए लिया है।
यह निर्णय अंबानी के लिए कोई नई बात नहीं है। 2008-09 से 2019-20 तक, अंबानी ने अपना वार्षिक वेतन 15 करोड़ रुपये पर सीमित रखा था। हालांकि, पिछले चार वर्षों से उन्होंने यह वेतन भी नहीं लिया है।
वेतन न लेने के पीछे का कारण
कोविड-19 का प्रभाव हर वर्ग और हर व्यवसाय पर पड़ा है। अंबानी ने तब से ही यह निर्णय लिया है कि वह वेतन केवल तब लेंगे जब कंपनी के व्यवसाय की कमाई संभावित रूप से पूरी तरह से पुनः स्थापित हो जाएगी।
2023-24 के वित्तीय वर्ष में, अंबानी ने न केवल वेतन, बल्कि भत्ते, परिक्रेमाओं, और सेवानिवृत्ति लाभ भी नहीं लिए। इसके बावजूद, उनके पास उनकी कंपनी पर पूरी पकड़ और विश्वास है।
नए बोर्ड सदस्य और उनके लाभ
पिछले वर्ष अक्तूबर में मुकेश अंबानी के बच्चों इशा, आकाश, और अनंत अंबानी को बोर्ड में नियुक्त किया गया था।
इस भूमिका के लिए, प्रत्येक ने 4 लाख रुपये का बैठकी शुल्क और 97 लाख रुपये का कमीशन प्राप्त किया।
मुकेश अंबानी की पत्नी, नीता अंबानी, जो एक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में थी, उन्होंने भी इसी अवधि के लिए 2 लाख रुपये के बैठकी शुल्क और 97 लाख रुपये का कमीशन कमाया।
अन्य निदेशकों की वृद्धि
मुकेश अंबानी के चचेरे भाई, निखिल और हितल मेस्वानी, जिन्होंने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, उनके वेतन में 2023-24 में वृद्धि देखी गई। निखिल को 25.31 करोड़ रुपये और हितल को 25.42 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इन कुल राशियों में 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन भी शामिल है।
उपलब्धियाँ और भविष्य के संकेत
मुकेश अंबानी, जिन्होंने 1977 में रिलायंस इंडस्ट्रीज जॉइन की थी, उन्हें कंपनी के प्रमुख के रूप में अगले पांच वर्षों के लिए पुनः नियुक्त किया गया है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इस अवधि के दौरान भी कोई वेतन प्राप्त नहीं करेंगे।
कोई वेतन न लेने के बावजूद, रिलायंस अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, और इन खर्चों को परिक्रेमाओं में नहीं गिना जाएगा।
अंबानी की संपत्ति और लाभांश
109 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ मुकेश अंबानी दुनिया के 11वें सबसे धनी व्यक्ति हैं। उनका परिवार रिलायंस की 50.33% हिस्सेदारी का मालिक है, जिससे 2023-24 के वित्तीय वर्ष में उन्हें 10 रुपये प्रति शेयर के घोषित डिविडेंड के आधार पर 3,322.7 करोड़ रुपये की डिविडेंड आय हासिल हुई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद, उनका नेतृत्व मजबूत और भविष्यवादी बना हुआ है। अंबानी का यह निर्णय इस बात का संकेत है कि वे अपने कर्मचारी और कंपनी की भलाई के लिए किसी भी प्रकार के बलिदान के लिए तैयार हैं।