ऑस्ट्रेलिया ने माउंट मौनगानुई में न्यूजीलैंड के 182 के लक्ष्य को 16.3 ओवर में पूरा कर जीत दर्ज की

ऑस्ट्रेलिया ने माउंट मौनगानुई में न्यूजीलैंड के 182 के लक्ष्य को 16.3 ओवर में पूरा कर जीत दर्ज की
Anuj Kumar 16 नवंबर 2025 0

अप्रैल 1, 2025 को बे ओवल, माउंट मौनगानुई में शुरू हुए चैपल-हैडली टी20आई ट्रॉफी 2025 के पहले मैच में, न्यूजीलैंड ने 181 रन बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 16.3 ओवर में 185 रन के साथ छह विकेट से जीत दर्ज कर दिया। यह मैच न सिर्फ एक रोमांचक चैलेंज था, बल्कि एक ऐसा प्रदर्शन था जिसने टी20 क्रिकेट की नई परिभाषा लिख दी। टिम रॉबिनसन का शानदार शतक, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का बिना डर का आक्रमण, और तीन ओवर में बने 50 रन — ये सब एक ऐसे मैच का हिस्सा थे जिसे दर्शक भूल नहीं पाएंगे।

न्यूजीलैंड का शतक और तीन बार बचा रहा रॉबिनसन

न्यूजीलैंड की पारी का सबसे बड़ा मोड़ था टिम रॉबिनसन का पहला टी20आई शतक। 65 गेंदों में 100 रन, छह चौके और चार छक्के — यह केवल एक शतक नहीं, बल्कि एक अद्भुत अध्याय था। लेकिन यहां की सच्चाई यह थी कि वह तीन बार बच गए। पहली बार 62 पर ट्रेविस हेड ने ड्रॉप किया, फिर 76 पर फिर वही हेड, और फिर 77 पर टिम डेविड ने गलती कर दी। ये तीनों ड्रॉप्स जीत के लिए फैसलेबद्ध थे। अगर एक भी लपक लिया जाता, तो न्यूजीलैंड की पारी का अंत शायद अलग होता। डैरिल मिचेल को 34 पर भी मैथ्यू शॉर्ट ने ड्रॉप किया — ये वही गेम था जहां एक गलती दूसरी की ओर ले जा रही थी।

ऑस्ट्रेलिया का तेज़ शुरुआती झटका

जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी पर आया, तो उनका निशाना साफ था — जल्दी लक्ष्य पर कब्जा करना। पावरप्ले के छह ओवर में 68 रन और एक विकेट के साथ वे एक ऐसी शुरुआत कर रहे थे जिसे देखकर न्यूजीलैंड के गेंदबाज अपनी आंखें घुमाने लगे। मिचेल मार्श और ट्रेविस हेड ने पहले विकेट के लिए सिर्फ 26 गेंदों में 50 रन जोड़े। ये न तो एक अच्छा शुरुआत थी, न ही एक अच्छा रणनीति — ये तो एक घोषणा थी। ऑस्ट्रेलिया की रन रेट 11.21 थी, जबकि न्यूजीलैंड की रन रेट सिर्फ 9.05 थी। अंतर सिर्फ रनों का नहीं, बल्कि भावनाओं का था।

मार्श का नेतृत्व और ट्रॉफी का भाव

यह मैच अभी खत्म नहीं हुआ था। अगले दो मैचों में भी ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जीत का दावा जारी रखा। दूसरा मैच बारिश के कारण रद्द हो गया, लेकिन तीसरा मैच — अप्रैल 10 को — फिर से ऑस्ट्रेलिया के नाम हो गया। इस बार मिचेल मार्श ने 52 गेंदों में 103 रन बनाए, जो एक ऐसा प्रदर्शन था जिसे इतिहास में दर्ज किया जाएगा। उन्होंने इस श्रृंखला में 197 रन बनाए, जबकि रॉबिनसन ने 119 रन बनाए। ये आंकड़े बस रन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक थे।

क्या यह सिर्फ एक ट्रॉफी थी?

क्या यह सिर्फ एक ट्रॉफी थी?

नहीं। यह एक तैयारी श्रृंखला थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए जिन खिलाड़ियों को नहीं चुना गया — जैसे ग्लेन मैक्सवेल, जो ट्रेनिंग के दौरान चोटिल हो गए — उनकी जगह शॉर्ट और स्टोइनिस ने भर ली। यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया ने इस श्रृंखला को अपने तरीके से जीता। न्यूजीलैंड के लिए यह एक सीख थी — बाहरी बल्लेबाजी के बावजूद, उनकी फील्डिंग और गेंदबाजी अभी अस्थिर है। रॉबिनसन का शतक अद्भुत था, लेकिन उनके साथी बल्लेबाजों का स्कोर बहुत कम रहा।

चैपल-हैडली ट्रॉफी: एक नाम, दो देश, एक विरासत

यह ट्रॉफी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दो भगवान — चैपल भाईयों — और न्यूजीलैंड के ग्रेटेस्ट ऑलराउंडर रिचर्ड हैडली के नाम पर रखी गई है। यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि दो देशों के बीच एक ऐतिहासिक संबंध का प्रतीक है। जब भी ये दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं, तो यह एक श्रद्धांजलि होती है। आज का मैच इसी विरासत को नई ऊंचाई पर ले गया।

अगला क्या?

अगला क्या?

अब दोनों टीमें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स की तैयारी में जुट गई हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह एक बहुत बड़ा आत्मविश्वास का बूस्ट है। न्यूजीलैंड के लिए यह एक संकेत है कि उन्हें फील्डिंग और अंतिम ओवरों की रणनीति पर ध्यान देना होगा। अगले छह महीनों में जो टूर्नामेंट होंगे — वो इसी श्रृंखला के आधार पर तय होंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मिचेल मार्श ने इस श्रृंखला में कितने रन बनाए और क्यों उन्हें टीम का कप्तान नहीं बनाया गया?

मिचेल मार्श ने इस श्रृंखला में 197 रन बनाए, जो सबसे अधिक थे। उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने एक अलग रणनीति अपनाई — उन्होंने ट्रेविस हेड को कप्तान बनाया जो पहले ही टीम के अनुभवी बल्लेबाज थे। मार्श को बल्लेबाजी के लिए स्वतंत्र भूमिका दी गई, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।

टिम रॉबिनसन के तीन ड्रॉप्स कैसे मैच के नतीजे को प्रभावित कर सकते हैं?

रॉबिनसन के तीनों ड्रॉप्स ने न्यूजीलैंड को एक असंभव लगने वाला स्कोर दिया। अगर उन्हें एक बार आउट किया जाता, तो न्यूजीलैंड का स्कोर 150 के आसपास रहता। ऑस्ट्रेलिया के लिए 150 का लक्ष्य बहुत आसान होता, लेकिन 182 का लक्ष्य उनके लिए एक चुनौती बन गया। ये ड्रॉप्स ने न्यूजीलैंड के लिए एक अनुमानित जीत को असंभव बना दिया।

दूसरा मैच बारिश के कारण रद्द हो गया — क्या इसका कोई असर ट्रॉफी पर पड़ा?

नहीं। टी20आई श्रृंखला में अगर एक मैच रद्द हो जाता है, तो उसे ड्रॉ मान लिया जाता है और ट्रॉफी वर्तमान धारक के पास रहती है। ऑस्ट्रेलिया पहले से ही ट्रॉफी के धारक थे, इसलिए दूसरा मैच रद्द होने के बावजूद वे ट्रॉफी बरकरार रख सके।

बे ओवल क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

बे ओवल, माउंट मौनगानुई में स्थित, न्यूजीलैंड के सबसे आधुनिक और तेज़ ग्राउंड में से एक है। यहां की छोटी बाउंड्री और तेज़ पिच बल्लेबाजों के लिए आदर्श है। इसीलिए यहां के मैच अक्सर उच्च स्कोर के साथ खेले जाते हैं। इस श्रृंखला के तीनों मैच यहां हुए, जिसने इसे एक टी20 क्रिकेट का असली गर्म घर बना दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने इस श्रृंखला में किन खिलाड़ियों को शामिल किया और क्यों?

ग्लेन मैक्सवेल की चोट के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने मैथ्यू शॉर्ट और मार्कस स्टोइनिस को टीम में शामिल किया। शॉर्ट को बल्लेबाजी के लिए और स्टोइनिस को ऑलराउंडर के रूप में चुना गया। ये चयन एक अनुभवी टीम को बनाने के लिए था, जो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो।

चैपल-हैडली ट्रॉफी कब शुरू हुई और क्यों इसका नाम इस तरह रखा गया?

चैपल-हैडली ट्रॉफी 2004 में शुरू हुई, जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स आइरिस और ग्रेग चैपल के नाम पर और न्यूजीलैंड के ग्रेट ऑलराउंडर रिचर्ड हैडली के नाम पर रखी गई। यह दो देशों के बीच खेले जाने वाले लिमिटेड ओवर्स के बीच एक सम्मानजनक प्रतियोगिता है, जो क्रिकेट के इतिहास के दो विशाल नामों को समर्पित है।