निकहत ज़रीन की प्री-क्वार्टरफाइनल में प्रावीण्यता: मैक्सी कैरिना क्लोएट्जर पर सर्वसम्मत निर्णय से जीत

निकहत ज़रीन की प्री-क्वार्टरफाइनल में प्रावीण्यता: मैक्सी कैरिना क्लोएट्जर पर सर्वसम्मत निर्णय से जीत
Anuj Kumar 29 जुलाई 2024 10

निकहत ज़रीन का ओलंपिक सफर: पहला कदम

भारतीय मुक्केबाज़ निकहत ज़रीन ने पेरिस 2024 ओलंपिक में अपने पहले मुकाबले में बड़ी सफलता हासिल की है। 50 किलोग्राम भार वर्ग में उन्होंने जर्मनी की मशहूर मुक्केबाज़ मैक्सी कैरिना क्लोएट्जर को 5-0 से हराकर प्री-क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। यह उनकी पहली ओलंपिक जीत थी, जिससे उनके करियर में एक और महत्वपूर्ण पन्ना जुड़ गया।

पहली बार ओलंपिक में सजीव

28 वर्षीय निकहत ज़रीन ने इस मुकाबले में शुरुआत में निराशाजनक प्रदर्शन किया, जब वे पहला राउंड विभाजित निर्णय से हार गईं। परन्तु उन्होंने दूसरे राउंड में शानदार वापसी की और अपने शक्तिशाली प्रहारों से पॉइंट्स की बढ़त बनाई। यह भी उल्लेखनीय है कि दोनों ही मुक्केबाज़ों को कुछ नियमों का उल्लंघन करने पर पॉइंट्स कटौती का सामना करना पड़ा।

फाइनल राउंड में निकहत की चालाकी

फाइनल राउंड में, मैक्सी कैरिना क्लोएट्जर थकान से जूझती नजर आईं और बार-बार कुश्ती की कोशिशें करने लगीं। referee ने उन्हें कई बार चेतावनी दी, जिसका फायदा उठाकर निकहत ज़रीन ने मुकाबले को अपनी मुठ्ठी में कर लिया। इस महत्वपूर्ण जीत ने निकहत के आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

राउंड ऑफ 16 में कठिन मुकाबला

राउंड ऑफ 16 में कठिन मुकाबला

अब निकहत ज़रीन का अगला मुकाबला राउंड ऑफ 16 में चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त मुक्केबाज़ वु यू से होगा। यह मुकाबला उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि वु यू का अनुभव और मैचों में उनकी जीत का इतिहास अत्यधिक प्रभावशाली है।

भारतीय मुक्केबाज़ों की सजीवता

निकहत ज़रीन की जीत ने भारतीय मुक्केबाज़ों के लिए एक प्रेरणा का काम किया है। इससे पहले, प्रीति पवार ने महिला 54 किग्रा वर्ग में अपनी जीत दर्ज की थी। यह सब इंगित करता है कि भारतीय मुक्केबाज़ पेरिस 2024 ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

भारत में प्रशंसकों का समर्थन

भारत में प्रशंसकों का समर्थन

पेरिस 2024 ओलंपिक की मुक्केबाज़ी स्पर्धाओं का सीधा प्रसारण भारत में स्पोर्ट्स 18 नेटवर्क टीवी चैनलों पर किया जा रहा है, और लाइव स्ट्रीमिंग जियो सिनेमा पर उपलब्ध है। इस प्रकार, निकहत की हर जीत और संघर्ष को भारत के करोड़ों दर्शक देख सकते हैं और उनका उत्साहवर्धन कर सकते हैं।

निकहत की यात्रा की शुरुआत

निकहत ज़रीन के इस महत्वपूर्ण जीत के साथ, उनके ओलंपिक सफर की शुरुआत अद्भुत रही है। उनकी मेहनत, धैर्य और समर्पण ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। अब, उनका अगला लक्ष्य राउंड ऑफ 16 में मुठ्ठी भर सोना जीतना है। भारतीय समर्पित और भावनात्मक समर्थन के साथ, निकहत ज़रीन का सफर और भी रोमांचक होता जा रहा है।

उम्मीद और उमंग

निकहत ज़रीन की इस जीत से भारतीय खेल प्रेमियों में एक नई उम्मीद जागी है। उनकी जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का गर्व बढ़ाने वाली है। उनके प्रदर्शन ने साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम और धैर्य से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है। इन सबके बीच, निकहत ने अपने सपनों के अलावा लाखों भारतीयों के सपनों को भी नया जीवन प्रदान किया है।

10 टिप्पणि

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    Yogita Bhat

    जुलाई 30, 2024 AT 15:40
    ये लड़की तो बस फिल्मों की हीरोइन नहीं, असली जीत की अदाकारा है! दूसरे राउंड में जब उसने वापसी की, तो मैंने कुर्सी से उछलकर चिल्ला दिया। 🙌
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    Ankur Mittal

    जुलाई 31, 2024 AT 13:10
    5-0 से जीत? ये तो बिल्कुल टेक्निकल डोमिनेंस है। क्लोएट्जर के फुटवर्क में गैप था, निकहत ने उसे एक्सप्लॉइट किया।
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    Tanya Srivastava

    जुलाई 31, 2024 AT 19:27
    अरे यार ये सब तो सरकार ने फेक करवा दिया है ताकि टीवी चैनल्स के एड्स बिकें 😂 और जियो सिनेमा पर स्ट्रीमिंग क्यों? जब तक आपका इंटरनेट नहीं टूटता, तब तक देखो!
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    Amrit Moghariya

    अगस्त 2, 2024 AT 18:50
    मैंने देखा था ये मुक्केबाजी वाला बॉक्सिंग जर्मनी के खिलाफ, लेकिन ये निकहत वाला जो जीत दिखाई उसने मुझे एक नया रिस्पेक्ट दिया। असली जीत तो उसके दिमाग में थी, न कि ग्लव्स में।
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    kunal Dutta

    अगस्त 4, 2024 AT 00:13
    अगर तुम बॉक्सिंग में टेक्निकल डिटेल्स चाहते हो, तो ये बात समझो: क्लोएट्जर का जेब जैकेट फ्रेम वर्क बहुत ओवरकम्पेंसेटेड था। निकहत ने उसके बॉडी शॉट्स के साथ लूपिंग अवॉइडेंस को इंप्लीमेंट किया, जिससे रेफरी के निर्णय में एक नियमित पैटर्न बन गया। ये बॉक्सिंग नहीं, ये फिजिक्स है।
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    shubham gupta

    अगस्त 4, 2024 AT 09:00
    प्रीति पवार ने भी जीत दर्ज की थी। अब निकहत ने भी। ये सिर्फ एक जीत नहीं, ये एक ट्रेंड है।
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    Gajanan Prabhutendolkar

    अगस्त 4, 2024 AT 13:48
    सब ये बातें कर रहे हो कि भारत की बेटी जीत गई। पर क्या कोई जानता है कि ये मैच वास्तव में किसके लिए था? बॉक्सिंग के नियमों को बदलने वाले लोगों के लिए? या फिर टीवी चैनलों के लिए? ये जीत असल में एक बिजनेस डील है।
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    Diksha Sharma

    अगस्त 6, 2024 AT 10:37
    मैंने देखा था रेफरी के साथ निकहत का कुछ बातचीत था... क्या वो उसे भारतीय नोट दे रही थी? क्या ये सब ब्रांड प्रमोशन है? अगर ऐसा है तो मैं इस ओलंपिक को बॉयकॉट कर रही हूँ!
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    anand verma

    अगस्त 7, 2024 AT 12:44
    महान उपलब्धि है। निकहत ज़रीन के अदम्य साहस और अनुशासन के लिए विशेष अभिनंदन। इस प्रयास ने खेल के क्षेत्र में नवीन दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जो भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।
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    Akshat goyal

    अगस्त 7, 2024 AT 23:45
    अगला मुकाबला वु यू के खिलाफ। उसकी गति और रिफ्लेक्सेस देखो। ये असली चैलेंज है।

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